गंगोत्री विधायक गोपाल रावत का गुरुवार को देहरादून में उपचार के दौरान निधन हो गया। वह कैंसर से पीड़ित थे और बीते दिसंबर माह से उनका उपचार चल रहा था। उनके निधन की खबर से जिले में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। उनके पार्थिव शरीर को उत्तरकाशी लाया जा रहा है। शुक्रवार को केदारघाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
छात्र जीवन से ही समाजसेवा में सक्रिय रहे गोपाल रावत ने वर्ष 1984 में पीजी कालेज उत्तरकाशी में छात्र संघ अध्यक्ष बनने के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की। इसके बाद वे उत्तरकाशी नगर पालिका में सभासद चुने गए। इस दौरान उन्होंने पूर्व काबीना मंत्री बलदेव सिंह आर्य के साथ पीआरओ के तौर पर सेवाएं दीं।
वर्ष 1996 में गोपाल रावत डुंडा प्रखंड के ब्लाक प्रमुख चुने गए। वर्ष 2002 तक ब्लाक प्रमुख के तौर पर राजनीति में सक्रिय रहने के बाद वर्ष 2005 में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और वर्ष 2007 में गंगोत्री विधानसभा से विधायक चुने गए। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में हार के बाद उन्होंने वर्ष 2017 के चुनाव में रिकार्ड मतों से जीत हासिल की।