काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी में शनिवार देर रात उत्तरी छोर पर ईंधन के कई टैंकरों में आग लगने से कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई और 14 लोग झुलस गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि तत्काल पता नहीं चल सका कि आग दुर्घटनावश लगी या जानबूझकर लगाई गई है। घटना ऐसे समय में हुई है अमेरिका और नाटो के आखिरी बचे सैनिकों की देश से वापसी शुरू हो गई है जो अफगानिस्तान में अमेरिका के सबसे बड़े युद्ध को समाप्त कर देगा। सभी 2,500-3,500 अमेरिकी सैनिकों और करीब 7,000 नाटो संबद्ध बलों के 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से वापस बुला लिया जाएगा। यह वही दिन है जब अमेरिका में हुए 9/ 11 के आतंकवादी हमलों के कारण सैनिकों को अफगानिस्तान भेजा गया था। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक अरियान ने कहा कि एक चिंगारी से ईंधन के एक टैंकर में आग लग गई। इसके बाद पास के कई टैंकर आग की चपेट में आ गए जिसने भीषण रूप ले लिया। आग की इस घटना के वक्त दर्जनों टैंकर धीरे-धीरे काबुल की तरफ बढ़ रहे थे। वे रात नौ बजने का इंतजार कर रहे थे जब ईंधन के टैंकरों और अन्य बड़े ट्रकों को शहर में प्रवेश की अनुमति होती है। आग पर काबू पा लिया गया। तोड़-फोड़ के तत्काल साक्ष्य नहीं मिले हैं लेकिन अवन ने कहा कि जांच जारी है।