आरटी-पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आने के बावजूद यदि किसी मरीज में कोरोना वायरस लक्षण दिखते हैैं तो उसे अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया है। प्रदेश में अब कई ऐसे कोरोना मरीज मिल रहे हैं, जिनमें लक्षण साफ-साफ दिख रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है। बताया जा रहा है कि नया म्यूटेटेड वायरस आरटी-पीसीआर टेस्ट को चकमा दे रहा है। बाद में सीटी स्कैन के माध्यम से संक्रमण की पुष्टि हो रही है। पर ऐसे मध्यम और गंभीर लक्षण वाले मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव न होने के कारण उन्हेंं अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा रहा है। अब स्वास्थ्य महानिदेशालय ने स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए हैैं।
इसके अनुसार राज्य स्तरीय कोविड टास्क फोर्स ने निर्णय लिया है कि ऐसे व्यक्ति जिनकी आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट निगेटिव है, पर उनमें कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैैं, भर्ती कर इलाज की आवश्यकता है तो उसका उपचार तुरंत किया जाए। चिंता की बात है कि कोरोना का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को उत्तराखंड में में 128 लोगों की मौत हुई, जबकि 5403 नए केस भी सामने आए हैं। स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक सोमवार को सर्वाधिक 17 मौत सुभारती अस्पताल देहरादून में हुई है। जबकि एम्स ऋषिकेश में इस दौरान 14 और एचआईएचटी जौलीग्रांट और कैलाश अस्पताल देहरादून में भी इस दौरान 11-11 मौतें हुई हैं। इसी के साथ कोविड के कारण अब तक जान गवाने वाले लोगों की संख्या 2930 तक पहुंच गई है।