हरिद्वार: गंगा सप्तमी यानी मां गंगा के अवतरण दिवस पर धर्मनगरी हरिद्वार आस्था से सराबोर रही। श्राद्धलुओं ने मां गंगा की पूजा अर्चना की और गंगा में आस्था की डुबकी लगाई।
गंगा जयंती पर हरिद्वार के हरकी पैड़ी सहित अन्य गंगा घाटों पर सुबह से ही स्नान का सिलसिला शुरू हो गया। जो जारी है। श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव के साथ ही मां गंगा की सुबह की आरती में भाग लिया। साथ ही स्नान के बाद दान आदि कर पुण्य लाभ की अर्जित किया।
श्रीगंगा सभा की ओर से सुबह 5:45 पर गंगा आरती से पूर्व मां गंगा का विशेष गंगा पूजन किया गया। गंगा मां का दुग्धाभिषेक कर भोजन, नैवद्य और वस्त्र व श्रृंगार भेंट किए गए। श्री गंगा सभा के महामंत्री रामकुमार मिश्रा ने बताया कि गंगा अवतरण दिवस पर गंगा स्नान का बड़ा महत्व है। इस दिन गंगा स्नान करने से सौ गुना पुण्य फल मिलता है।
श्री गंगा सभा की ओर से दिन में विशेष आरती का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर हरकी पैड़ी क्षेत्र हर-हर गंगे, जय मां गंगे के जयघोष से गूंज उठा।
गंगा तव दर्शनात् मुक्ति। अर्थात गंगा तेरे दर्शन मात्र से ही मुक्ति मिलेगी। पुराणों में वर्णित है कि आदि काल में गंगा के अवतरण दिवस पर भगवान विष्णु ने यही कहकर आशीर्वाद दिया था। इसलिए गंगा सप्तमी यानी गंगा जयंती के दिन भारी संख्या में श्रद्धालु गंगा के दर्शनों और स्नान के लिए हरकी पैड़ी पर पहुंचे हैं।