वाराणसी में कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों में संक्रमण की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तैयारियों में जुट गया है। अब एक जून से बच्चों (कोरोना के लक्षण दिखने पर) की सैंपलिंग भी कराई जाएगी। इसके अलावा मेडिकल छात्रों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी, जिससे कि जरूरत पड़ने पर उनकी सेवा ली जा सके। कमिश्नरी सभागार में एमएलसी एके शर्मा की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में बच्चों के इलाज को लेकर होने वाली व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई।
एमएलसी एके शर्मा ने कहा कि मेडिकल के तीसरे और चौथे वर्ष के छात्रों को बृहस्पतिवार से ही मास्टर ट्रेनर के द्वारा ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। जिससे अधिक से अधिक डॉक्टर उपलब्ध हो सके। यह तैयारी केवल वाराणसी ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों को शामिल करते हुए भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि एक जून से बच्चों के सैंपल कलेक्शन का काम शुरू हो जाएगा। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि ऐसी संभावना जताई जा रही है कि तीसरी लहर में बच्चे प्रभावित होंगे। इसको देखते हुए आईसीयू सहित अन्य उपकरण और डॉक्टरों के टीम का गठन भी किया जा रहा है। उन्होंने बच्चों के अभिभावकों को भी जागरूक करने और निजी अस्पतालों को अधिक से अधिक सुविधा बढ़ाए जाने के लिए निर्देश दिया है।