अलीगढ़ में जहरीली शराब मामले में मध्य रात्रि के बाद तक मौतों का सिलसिला जारी रहा। रात तीन बजे तक मृतक संख्या 28 पहुंच गई थी जिसका आधिकारिक अपडेट जारी कर दिया गया और शासन को इस संबंध में रिपोर्ट भेजी गई है। अधिकांश शवों के पोस्टमार्टम हो चुके थे, जबकि कुछ तड़के तक पोस्टमार्टम की कतार में थे। वहीं एक दर्जन घायल जिला अस्पताल व जेएन मेडिकल में अभी इलाज पा रहे हैं, जिनमें से कई की हालत नाजुक बनी हुई है।
लापरवाही के आरोप में सरकार ने जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा, आबकारी निरीक्षक राजेश यादव, प्रधान सिपाही अशोक कुमार, निरीक्षक चंद्रप्रकाश यादव और सिपाही रामराज राना को निलंबित कर दिया है। पुलिस ने तीन मुकदमे दर्ज कर शराब तस्करी रैकेट में आरोपी अनिल चौधरी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। दो मुख्य आरोपी फरार हैं, जिन पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया है। जहरीली शराब से मौत की पहली सूचना सुबह 8 बजे लोधा थाना क्षेत्र के गांव करसुआ और खैर थाना क्षेत्र के गांव अंडला से मिली। पुलिस के साथ आबकारी टीम, डीआईजी दीपक कुमार, डीएम चंद्रभूषण सिंह, एसएसपी कलानिधि नैथानी मौके पर पहुंचे और बीमार लोगों को अस्पताल में भिजवाया। इसी बीच पता चला कि गांव के बाहर आईओसी बॉटलिंग प्लांट पर कंटेनरों के दो चालक लापता हैं। उन्हें पुलिस ने खोजा तो वे कंटेनेरों में ही बेसुध पड़े थे।
गांव नंदपुर पला, राइट, हैवतपुर, सांगौर, पला सल्लू से भी शराब से बीमार हुए लोगों को अस्पताल भिजवाया गया। इन से करसुआ, अंडला, नंदपुर पला, सांगौर से भेजे गए 15 लोगों की मौत हो गई। कुछ घंटों बाद जवां के गांव छेरत में भी तीन लोगों की मौत की खबर मिली। रात 12:30 बजे मेडिकल कॉलेज से गांव राइट, सांगौर व करसुआ से जुड़े 4 और शव पोस्टमार्टम केंद्र पहुंच गए थे। इसके अलावा नंदपुर पला के दो व छेरत के एक शव को मध्य रात्रि तक पोस्टमार्टम पर पहुंचाने के प्रयास परिजनों के स्तर से जारी थे।