देश में एक महामारी के संक्रमण की रफ्तार भले ही धीमी हो गई हो लेकिन दूसरी महामारी यानी ब्लैक फंगस का खतरा अभी भी बना हुआ है। देश के कई राज्यों में ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे हैं और यहां चिंताजनक बात यह है कि कोविड से ठीक होने के बाद ब्लैक फंगस का संक्रमण फैल रहा है।
ऐसे में मरीज पहले कोरोना के इलाज पर पैसे खर्च करता है और बाद में ब्लैक फंगस के इलाज के लिए भारी भुगतान करना होता है। बता दें कि ब्लैक फंगस के इलाज के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले एंटी फंगल इंजेक्शन का खर्च बहुत महंगा है। इसके इलाज के लिए एक दिन का खर्च कम से कम 35000 रुपये के आसपास बैठता है, ऐसे में ब्लैक फंगस वित्तीय मोर्चे पर भी लोगों के लिए परेशानी है।