हाल ही के दिनों में देश और उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामलों में खासी कमी आई है। इसके साथ ही लंबे समय से चारदीवारी में बंद लोग अब सैर सपाटे पर निकलने लगे हैं। दिल्ली समेत मैदानी इलाकों के लोगों ने मसूरी का रुख शुरू कर दिया है। सैलानियों का आगमन शुरू होने के साथ ही मसूरी में 15 फीसदी होटल खुल गए हैं। मसूरी में करीब ढाई सौ होटल हैं।
सोमवार को लाइब्रेरी, कैमलबैक रोड सहित शहर के विभिन्न स्थानों पर सैलानियों के वाहन खड़े नजर आये। वहीं कई होटलों में भी पर्यटकों की चहल कदमी शुरू हो गई है। उतराखंड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी ने बताया कि मसूरी में अभी 15 फीसदी होटल खुल गए हैं। उनके होटल में कुछ कमरे लगने शुरू हो गये हैं। कुछ ऑनलाइन बुकिंग भी मिल रही हैं।
होटल विष्णु पैलेस के एमडी राम कुमार गोयल ने बताया कि उन्होंने अपना होटल खोल दिया है और उन्हीं पर्यटकों को कमरा दे रहे हैं जिनके पास 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट है। होटल में 6 कमरे लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार कोविड कर्फ्यू में थोड़ी राहत देगी तो आने वाले दिनों में मसूरी में पर्यटकों की संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि पर्यटक मसूरी आना चाहते हैं और इस संबंध में इन्क्वायरी भी आ रही है। लेकिन पर्यटक मार्केट में नहीं घूम पा रहे। बाजार खुलने चाहिए लेकिन कोविड नियमों के तहत ही लोग बाजार में घूमें और गाइडलाइन का पालन करें।
होटल एसोसिएशन के महासचिव संजय अग्रवाल ने कहा कि मसूरी में जो होटल खुले हैं उनमें करीब 5 फीसदी तक कमरे लगे हुए हैं। उन्होंने अपना होटल अभी नहीं खोला क्योंकि स्टाफ नहीं है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि पर्यटक स्थलों की सैर करने वाले पर्यटकों का राज्य की सीमाओं पर केवल एंटीजन टेस्ट किया जाए। उन्होंने सरकार से मांग की कि होटल कारोबारियों को बिजली, पानी सहित अन्य चीजों में छूट दी जाए। होटल रमाडा के मैनेजर हर्षमणि सेमवाल ने बताया कि उनका होटल अभी बंद है 11 जून तक होटल को खोलने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि होटल के कुछ स्टाफ को बुला लिया गया है।