WTC Final Day 2 Weather: क्या आज भी बारिश बिगाड़ेगी खेल या दर्शक उठा पाएंगे मैच का लुत्फ

विस्तार भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहली बार हो रही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल मैच के पहले दिन यानी शुक्रवार को पूरा खेल बारिश की भेंट चढ़ गया। मैदान की हालात ऐसी थी कि अंपायर दोनों कप्तानों केन विलियमसन और विराट कोहली के संग मिलकर टॉस भी नहीं कर पाए। हालांकि, दूसरे दिन दर्शकों को उम्मीद है कि इंद्र देवता शांत रहेंगे और वे एक बेहतरीन मैच का लुत्फ उठा सकेंगे। पहले दिन का खेल बारिश की भेंट चढ़ने के बाद अब शनिवार को भारतीय समयानुसार, दोपहर तीन बजे यानी स्थानीय समयानुसार सुबह 10:30 बजे खेल शुरू होगा। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि आने वाले दिनों में भी साउथैम्प्टन में बारिश जारी रहेगी। हालांकि, इस दौरान आज यानी 19 जून को राहत रहेगी। हालांकि बीच-बीच में बारिश का दौर देखने को मिल सकता है, लेकिन रविवार, सोमवार और मंगलवार यानी मैच के आखिरी तीन दिनों में तेज और लगातार बारिश होने का अनुमान लगाया गया है।
अगर नहीं निकल पाया नतीजा, तो फिर दोनों टीमें..
पहले दिन का मैच तेज बारिश की वजह से नहीं हो पाया। ऐसे में डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए तय नियमों के अनुसार, अब जरूरत पड़ने पर छठे दिन भी खेल हो सकता है। लेकिन मैच के आखिरी तीन दिनों में तेज और लगातार बारिश के अनुमान के बाद नतीजे संकट में पड़ते नजर आ रहे हैं। अगर मैच के रिजर्व डे यानी छठे दिन भी नतीजा नहीं निकलता है, तो दोनों टीमों को ही संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया जाएगा। साउथैम्प्टन में मैच कराने पर उठ रहे सवाल मैच के पहले दिन छह घंटे से ज्यादा वक्त बारिश होती रही। इसके चलते कई बार मैदान का निरीक्षण करने के बाद आखिरकार अंपायरों को खेल रद्द करना पड़ा। अगले दिनों में भी बारिश की संभावना को देखते हुए अब साउथैम्प्टन को फाइनल मैच के स्थल के रूप में चुनने पर भी सवाल उठाए जाने लगे हैं। लेकिन माना जा रहा है कि आईसीसी और इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने मैच स्थल को अंतिम रूप देने से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को विश्वास में लिया था। इस स्टेडियम में फाइव स्टार होटल जैसी व्यवस्था है और यहां जैव सुरक्षित वातावरण तैयार करना आसान होता है। वैसे भी इंग्लैंड में मौसम बदलने में समय नहीं लगता और ऐसे में यदि किसी अन्य जगह पर भी मैच होता तो इसकी कोई गारंटी नहीं थी कि वहां बारिश नहीं होती।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *