साल 2014 से उत्तराखण्ड के हल्द्वानी के Gaulapar में इंटर स्टेट बस टर्मिनल ISBT का कार्य तेज़ी से चल रहा था. बीते मंगलवार को खुदाई के दौरान कंस्ट्रक्शन साइट पर कई मानव कंकाल और कब्र जैसे ढांचे मिले. स्थानीय लोगों और प्रशासन के मुताबिक, उस इलाके में पिछले कई दशकों से कोई शमशान या कब्रिस्तान नहीं देखा गया है.
लोगों का कहना है कि ये कंकाल बरेली के रोहिल्ला पठान के हैं, जो 1857 में अंग्रेज़ों से लड़े थे. दूसरी तरफ़, लोगों कहना था कि ये कंकाल उन लोगों के हो सकते हैं, जो महामारी में मरे हों.
इस ख़बर के बाद राज्य परिवहन मंत्री यशपाल आर्या साइट पर पहुंचे और कंस्ट्रक्शन तुरंत रोकने को कहा. मंत्री जी ने इतने सारे कंकालों का मुद्दा काफ़ी गंभीरता से लेते हुए कार्य स्थगित करा दिया. उन्होंने कहा कि इन कंकालों का DNA टेस्ट होगा, उसके बाद इस पर कोई कमेंट किया जाएगा. विशेषज्ञों का कहना है कि ये करीब एक सदी पुराने हो सकते हैं. मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि बिना जांच के कुछ कहा नहीं जा सकता.