कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। हाल ही में उन्होंने एलान किया था कि 25 जुलाई को अपनी सरकार के दो साल पूरा होने पर वह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के निर्देश का पालन करेंगे। इस बीच उनके उत्तराधिकारी के तौर पर केंद्रीय कोयला, खनन व संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी और प्रदेश सरकार में खनन मंत्री व उद्योगपति एमआर निरानी का नाम आगे चल रहा है। हालांकि जोशी ने कहा कि उनसे इस बारे में अभी तक शीर्ष नेतृत्व ने कोई बात नहीं की है जबकि निरानी का कहना है कि पार्टी जो भी आदेश देगी, वह उसका पालन करेंगे।
2004 से लगातार धारवाड़ से सांसद 58 वर्षीय जोशी ने कहा कि येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी बनने के बारे में उनसे किसी ने बात नहीं की है। यह केवल मीडिया ही है जो इस बार चर्चा कर रही है। ऐसे में इस पर कोई प्रतिक्रिया देने की जरूरत नहीं है। सीएम बनाए जाने पर उन्होंने कहा कि वह कभी भी अगर, मगर या काल्पनिक सवालों के जवाब नहीं देते हैं और ऐसे सवालों के जवाब देना भी नहीं चाहते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि वह इससे भी अनजान हैं कि किसी ने येदियुरप्पा को अपने पद से इस्तीफा देने को भी कहा है।
साथ ही उन्होंने कहा कि सीएम पद के बारे में कोई भी फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह व पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में शीर्ष नेतृत्व लेगा। उन्होंने येदियुरप्पा को हटाए जाने पर लिंगायत समुदाय के संतों की धमकी पर भी कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। वह जुलाई 2012 से जनवरी 2016 तक कर्नाटक प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भी चुके हैं।