प्रसिद्ध शिकारी जिम कॉर्बेट की 145 वीं जयंती की पूर्व संध्या पर जाने माने लेखक पद्मश्री रस्किन बॉन्ड हरनिहाल सिंह सिद्धू की नई पुस्तक बर्निंग ब्राइट का विमोचन अपने मसूरी स्थित आवास में बेहद सादगी से किया। नटराज पब्लिशर्स देहरादून से प्रकाशित यह पुस्तक जिम कार्बेट के साहसिक कारनामों पर आधारित है। जिसमें जिम कॉर्बेट के जंगलों में किए गए साहसिक कार्य, भारतीय रेलवे के साथ काम करने के उनके अनुभव, प्रथम विश्व युद्ध के दौरान यूरोप में उनके अनुभवों पर आधारित है। यह पुस्तक जिम के बारे में बारीकी से बताती है।हरनिहाल सिंह सिद्धू के साथ मसूरी स्थित अपने आवास बातचीत करते हुए रस्किन बॉन्ड ने कहा कि, वह किताब को पढ़ने में खो से गए थे। ओर जिम के बारे में इतना कुछ नया जाना, जो उन्हें पहले पता नहीं था। उन्होंने शोधपूर्ण लेखन के लिए लेखक की सराहना की और उम्मीद जताई कि दुनिया भर में मौजूद जिम कॉर्बेट के प्रशंसक इस पुस्तक का आनंद लेंगे। हरनिहाल सिंह ने बताया कि जिम कॉर्बेट, कुमाऊं और गढ़वाल के साधारण पहाड़ी लोगों के बीच कारपेट साहिब के रूप में जाने जाते हैं, न केवल एक बेहद दयालु, मानवीय संवेदनाओं को समझने वाले थे जो मानवों ओर आदमखोर तेंदुओं के बीच चल रही जोर आजमाइश के गवाह भी थे। वह आदमखोर तेंदुओं को मार रहे थे, लेकिन वह पर्यावरण व पशु प्रेमी भी थे। वह भारत में वन्यजीवों के संरक्षण को बढ़ावा देने वाले पहले लोगों में से एक थे।