रविवार को सावन माह की शुरुआत बारिश के साथ हुई है। राजधानी देहरादून सहित मसूरी, चमोली, कोटद्वार सहित कई इलाकों में बारिश हुई। जिससे मौसम में थोड़ी ठंडक आ गई। वहीं डोईवाला, रुद्रप्रयाग, यमुनोत्री, नैनीताल, भवाली, रामनगर और पिथौरागढ़ में बादल छाए हुए हैं।
बारिश के दौरान शनिवार रात को करीब 10 बजे बदरीनाथ हाईवे पर बल्दौड़ा में चट्टान का एक हिस्सा टूटकर हाईवे पर आ गया, जिससे करीब 16 घंटे तक हाईवे पर वाहनों की आवाजाही बाधित रही। हाईवे बंद होने के कारण यहां वाहनों का जाम लग गया और पर्यटकों के साथ ही सेना के जवान भी यहां फंसे रहे। रविवार को सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की दो जेसीबी से हाईवे से बोल्डर हटाए, जिसके बाद अपराह्न दो बजे तक हाईवे वाहनों के लिए सुचारु हो पाया। हालांकि अभी भी यहां पर हाईवे खतरनाक बना हुआ है। चट्टान पर अभी भी बोल्डर अटके हुए हैं, जो कभी भी हाईवे पर आ सकते हैं।
इन दिनों बदरीनाथ हाईवे पर ऑलवेदर रोड परियोजना का कार्य चल रहा है। बल्दौड़ा में भी परियोजना कार्य चल रहा है। पिछले कई दिनों से गोविंदघाट क्षेत्र में रुक-रुककर भारी बारिश हो रही है। शनिवार रात को भी करीब दस बजे से क्षेत्र में बारिश शुरू हो गई थी और यहां अचानक हाईवे पर चट्टान का एक हिस्सा टूटकर आ गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि चट्टान से बोल्डर इतनी जोर से हाईवे पर गिरे कि इसकी आवाज जोशीमठ और गोविंदघाट तक के लोगों ने सुनीं। रविवार को जैसे ही जोशीमठ, गोविंदघाट, पांडुकेश्वर से वाहनों की आवाजाही शुरू हुई तो बल्दौड़ा में हाईवे बाधित होने से वाहनों के पहिए थम गए। सेना के साथ ही फूलों की घाटी के सैर-सपाटे के लिए जा रहे पर्यटकों के वाहन भी जाम में फंस गए। उन्होंने वाहनों में बैठकर ही हाईवे खुलने का इंतजार किया।