कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के बीच सरकार ने कक्षा 6 से 12 वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। जबकि संक्रमण से बचाव के लिए अभी बच्चों का कोविड टीकाकरण शुरू नहीं हुआ है। ऐसे में स्कूली बच्चों को बिना सुरक्षा कवच के स्कूल जाना पड़ेगा। जिससे बच्चों में संक्रमण फैलने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों पर संक्रमण का असर ज्यादा होने को लेकर विशेषज्ञ आगाह कर चुके हैं। अब लगातार संक्रमण में कमी आने पर सरकार ने कक्षा 6 से 12वीं तक के बच्चों के स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। जबकि संक्रमण से बचाव के लिए बच्चों का वैक्सीनेशन नहीं हुआ है।
प्रदेश में अब तक 45 से अधिक आयु वर्ग में 73 प्रतिशत लोगों को पहली और 39 प्रतिशत को दूसरी डोज लग चुकी है। वहीं, 18 से 44 आयु वर्ग में 38 प्रतिशत को पहली और 0.9 प्रतिशत को दूसरी डोज लगी है। सरकार संक्रमण से बचाव के लिए कोविड टीका लगाने पर जोर दे रही है, लेकिन बच्चों को बिना टीके लगाए ही स्कूल जाना पड़ेगा।