कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद बंद हुए स्कूलों के दरवाजे नौवीं से बारहवीं तक के बच्चों के लिए फिर खुलने जा रहे हैं। कोरोना से बचाव के लिए स्कूलों ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है। स्कूलों के मेडिकल रुम को आपातकालीन स्थिति केलिए आइसोलेशन रुम में बदल दिया दिया गया है। कुछ स्कूलों ने इनमें ऑक्सीजन सिलेंडर और कन्सेनटरेटर की व्यवस्था भी की है। वहीं जो बच्चे स्कूल नहीं आएंगे उनकेलिए पहले की तरह ऑनलाइन कक्षाएं चलती रहेंगी।
स्कूल एक कक्षा में 9 से 12 बच्चों को ही बिठाएंगे। कक्षाओं में बच्चे अधिक आने पर स्कूल ऑड-ईवन सिस्टम भी अपना सकते हैं। हालांकि यह इस बात पर निर्भर करेगा कि कितने अभिभावक बच्चों को स्कूल आने की अनुमति देंगे। बीते जनवरी में दसवीं-बारहवीं के लिए और फरवरी में नौवीं व ग्यारवीं के बच्चों के लिए स्कूल खोले गए थे। लेकिन कोरोना महामारी की दूसरी लहर को देखते हुए स्कूलों को फिर से बंद कर दिया गया था।
अब एक सितंबर से एक साथ नौवीं व बारहवीं केबच्चों के लिए स्कूल खुल रहे हैं। स्कूल भी बच्चों का स्वागत करने के लिए तैयार है। स्कूलों की ओर से अभिभावकों से बच्चों को भेजने के लिए सहमति पत्र लिए गए हैं। फिलहाल 10 से 40 फीसदी अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने की मंजूरी दी है।