बसपा के जिलों में चल रहे ब्राह्मण सम्मेलनों का समापन मंगलवार को लखनऊ में होगा। इसी के जरिए बसपा सुप्रीमो मायावती चुनावी शंखनाद करने जा रही हैं। इसमें सभी 75 जिलों के सम्मेलन कोऑर्डिनेटरों को उनकी टीम के साथ बुलाया गया है। विधानसभा चुनाव 2022 में ब्राह्मणों को साधने के लिए बसपा ने ब्राह्मण सम्मेलनों का पूरे प्रदेश में आयोजन किया है। चरण वार सभी जिलों आयोजन किए गए।
पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की अगुवाई में किए गए ये सम्मेलन चार सितंबर तक बाकी जिले पूरे हो गए हैं। बस मंगलवार को इस चरण का आखिरी सम्मेलन लखनऊ में होगा जिसे मायावती संबोधित करेंगी। 23 जुलाई से शुरू हुए इस चरण का 45 दिन बाद समापन हो रहा है। प्रदेश मुख्यालय स्थित पार्टी कार्यालय पर इस सम्मेलन की तैयारियां जोरशोर से की जा रही हैं। चूंकि इसमें सभी जिलों में हुए बसपा ने ब्राह्मण सम्मेलनों के कोआर्डिनेटर अपनी टीम के साथ बुलाए गए हैं खासी भीड़ रहने वाली है। लखनऊ यूनिट पर सम्मेलन की जिम्मेदारी है।
सम्मेलन के साथ ही मायावती विधानसभा चुनाव में अपनी तैयारियां का शंखनाद भी कर देंगी। यह उनका विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों का पहला चुनावी सम्मेलन है। इसी से वह एलान करेंगी कि बसपा ने चुनावी रण में ताल ठोंक दी है। सम्मेलन इसलिए भी अहम माना जा रहा है कि ब्राह्मण अचानक सभी दलों के केंद्र में आ गए हैं। इसकी शुरुआत बसपा के इन्हीं सम्मेलनों से हुई और उसके बाद दूसरे दलो ने भी इसकी शुरुआत की। यही कारण है कि बसपा इसका पूरा चुनावी लाभ लेने की तैयारी कर रही है।