अपहृत परिवार रिहा हो कर कनाडा वापस पहुंचा

टोरंटो। अमेरिकी-कनाडाई दंपती कैटलान कोलमैन और जोशुआ बॉयल अफगानिस्तान में अपहरण किए जाने के पांच साल बाद आज कनाडा पहुंच गये। उनके साथ उनके तीन बच्चे भी यहां पहुंचे जो तब पैदा हुए थे जब यह दंपती बंधक थे। बॉयल ने हवाई जहाज पर एसोसिएटेड प्रेस को एक लिखित बयान दिया। इसमें उन्होंने कहा कि उसका परिवार ‘‘अनूठा और दृढ़ संकल्प वाला है।’’ कोलमैन और बॉयल को बुधवार को मुक्त कराया गया। अफगानिस्तान में पांच साल पहले एक ‘बैकपैकिंग ट्रिप’ के दौरान तालिबान से जुड़े एक चरमपंथी नेटवर्क ने उनका अपहरण कर लिया था। उस सयम कोलमैन गर्भवती थी।

कोलमैन स्टीवर्ट्स टाउन, पेंसिल्वेनिया की रहने वाली हैं, जबकि बॉयल कनाडाई हैं। यह परिवार कल एयर कनाडा के विमान से लंदन से टोरंटो पहुंचा। कोलमैन ने गेहुएं रंग का स्कार्फ पहना था। यात्रा के दौरान वह बिजनेस क्लास केबिन के गलियारे में बैठ गयीं। उड़ान के दौरान जब एक संवाददाता ने उनकी पहचान की, तो उन्होंने ‘हां’ में अपना सिर हिला दिया। उनके पास की दो सीटों में उनके दोनों बड़े बच्चे बैठे थे। इससे अलग सीट पर बॉयल अपने सबसे छोटे बच्चे के साथ बैठे थे। अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारी विमान में उनके साथ थे।

बॉयल ने समाचार एजेंसी ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को अमेरिकी विदेश नीति के साथ असहमति व्यक्त करने वाला एक हस्तलिखित वक्तव्य दिया। इसमें उन्होंने लिखा, ‘‘भगवान ने मुझे और मेरे परिवार को अद्वितीय लचीलापन और दृढ़ संकल्प दिया है।’’ उन्होंने विदेश विभाग के अधिकारियों की ओर देखकर सिर हिलाया और कहा, ‘‘उनके हित मेरे हित नहीं हैं। बॉयल ने कहा कि उनके एक बच्चे का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। पाकिस्तानी अधिकारियों ने जब उन्हें मुक्त कराया तो उन्होंने उनके बीमार बच्चे को जिद करके खाना खिलाया।

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने बताया कि पाकिस्तान की छापेमारी में यह परिवार बचाया गया। यह छापेमारी अमेरिका की खुफिया जानकारी के आधार पर की गई थी और इससे जाहिर होता है कि जब वाशिंगटन सूचनाएं साझा करेगा तब पाकिस्तान ‘‘साझा शत्रु’’ के खिलाफ कार्रवाई करेगा। अमेरिकी अधिकारी लंबे समय से पाकिस्तान पर हक्कानी नेटवर्क जैसे समूहों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते रहे हैं। इस समूह ने ही बॉयल एवं उनके परिवार को बंधक बनाया था।

नाम जाहिर न करने के अनुरोध पर एक अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि अमेरिका को कार्रवाई योग्य सूचना मिली जो उसने पाकिस्तान सरकार के अधिकारियों को दी और उनसे कार्रवाई करने तथा बंधकों को रिहा कराने के लिए कहा। पाकिस्तानी अधिकारियों ने ऐसा किया। आतंकवादियों को प्रश्रय देने को लेकर पाकिस्तान पर गहरी नाराजगी जाहिर कर चुके राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘‘क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करने के लिए और अधिक कदम उठाने की पाकिस्तान की इच्छा’’ को लेकर बृहस्पतिवार को उसकी सराहना की।

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