मोदी सरकार के लिए दिवाली से पहले आर्थिक मोर्चे पर अच्छी खबर आई है. थोक महंगाई दर सितंबर महीने में घटकर 2.6 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई है. अगस्त में यह 3.24 फीसदी के स्तर पर थी. सब्जियों के दाम घटने से यह राहत मिली है.
सब्जियों के दाम घटने का मिला फायदा
सितंबर में थोक महंगाई दर कम होने में सब्जियों के दाम में आई कमी ने सहारा दिया है. महीने दर महीने आधार पर सितंबर में खाने पीने की चीजों की थोक महंगाई दर 1.99 पर आ गई है। इससे पहले महीने यह 4.41 फीसदी पर थी.
सब्जियों के दाम 15.48 फीसदी के स्तर पर आए
सरकार की तरफ से जारी डाटा के मुताबिक सब्जियों के दाम में कमी आई है. सितंबर महीने में सब्जियों के दाम 15.48 पर पहुंच गए हैं. अगस्त में ये 44.91 के स्तर पर था.
प्याज हो रहा महंगा
हालांकि प्याज के दामों में सितंबर में राहत नहीं दिखी. सितंबर महीने में प्याज के दाम 79.78 फीसदी के स्तर पर पहुंच गए. वहीं, अंडे, मीट और मछलियों के दाम 5.47 फीसदी के स्तर पर रहे.
ईंधन के मोर्चे पर भी मिली राहत
ईंधन और पावर सेक्टर की बात करें, तो यहां भी महंगाई से राहत मिली है. सितंबर महीने में इस सेक्टर के लिए महंगाई 9.01 फीसदी पर रही. अगस्त में यह 9.99 फीसदी थी
घट रही हैं दाल की कीमतें
वहीं दलहन के दाम सितंबर में 24.26% नीचे आए। आलू की कीमतों में 46.52% तथा गेहूं में 1.71% की गिरावट दर्ज की गई.
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को नहीं मिली राहत
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए थोक महंगाई के मोर्चे पर राहत नहीं मिली है. सितंबर में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की थोक महंगाई दर 2.45 फीसदी से बढ़कर 2.72 हो गई है.
अगस्त में चार महीने के उच्च स्तर पर पहुंची थी दर
थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अगस्त में चार महीने के उच्चस्तर 3.24% पर पहुंच गई थी। सितंबर, 2016 में यह 1.36% पर थी। खुदरा महंगाई दर सितंबर में अगस्त के 3.28 फीसदी के स्तर पर ही बनी रही.