उत्तराखंड के मतदाताओं ने राज्य की सियासत के सभी दिग्गजों का भाग्य का फैसला ईवीएम में दर्ज कर दिया। मतदाताओं के मिजाज को देखते हुए आगामी 10 मार्च को मतगणना के दिन कई नए मिथक बनेंगे और कुछ के टूटने की भी संभावना जताई जा रही है। न केवल भाजपा-कांग्रेस बल्कि दलबदल कर नई पार्टियों से चुनाव लड़ने वाले नेताओं का राजनीतिक करियर भी मतदाता तय करने जा रहे हैं। हालांकि सभी राजनीतिक दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपने अपने पक्ष में भारी मतदान का दावा किया है।
1. सीएम पुष्कर सिंह धामी: धामी अपनी परंपरागत सीट खटीमा से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने पुराने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भुवन कापड़ी हैं। उत्तराखंड में सीएम को लेकर जारी मिथ की वजह से इस सीट के नतीजों पर सभी की नजर है
2. पूर्व सीएम हरीश रावत: कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष रावत कांग्रेस मुख्य चेहरा हैं। उनके टिकट को लेकर अंतिम क्षणों तक गतिरोध भी रहा। रावत की सीट के नतीजे का न केवल भाजपा बल्कि कांग्रेस के नेताओं को भी बेसब्री से इंतजार है।
3. शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे: उत्तराखंड में शिक्षा मंत्री के चुनाव को लेकर एक मिथक बना हुआ है। पांडे शुरू से दावा करते आ रहे हैं कि वो इस मिथक को तोड़कर रहेंगे। पांडे की चुनौती के परिणाम पर भी लोग टकटकी लगाए हुए हैं।
4. कर्नल अजय कोठियाल (रि): राज्य में पहली बार विधानसभा चुनाव में तीसरे विकल्प बनने के दावे के साथ चुनाव लड़ रही आप का सीएम चेहरा कर्नल कोठियाल हैं।