जंबो..जी हां! अनिल कुंबले, टेस्ट क्रिकेट में मुथैया मुरलीधरन (800) और शेन वॉर्न (708) के बाद तीसरे सबसे सफल गेंदबाज, जिनके नाम 619 विकेट हैं, आज (17 अक्टूबर) 47 साल के हो गए. 1970 में बेंगलुरू में कृष्णा स्वामी और सरोजा के घर जन्मे इस लेग स्पिनर के सम्मान में उनके शहर के एक चौराहे का नाम अनिल कुंबले सर्कल रख गया.
आखिर कुंबले को जंबो क्यों कहा जाता है..?
कुंबले ने 2016 अपने फैंस के सवालों का जवाब देते हुए ट्विटर पर खुद इस राज से पर्दा उठाया था. तब कुंबले ने कहा था- ‘मेरे उपनाम (जंबो) की मुहर और कोई नहीं नवजोत सिंह सिद्धू ने लगाई. उस वक्त मैं ईरानी ट्रॉफी में दिल्ली के कोटला में रेस्ट ऑफ इंडिया की तरफ से खेल रहा था और सिद्धू मिड ऑन पर फील्डिंग कर रहे थे, मेरी कुछ गेंद अचानक उछल रही थी, जिसके बाद सिद्धू ने कहा ‘जंबो जेट’. बाद में जेट तो हट गया, लेकिन जंबो रह गया. तब से मेरे सभी टीम-साथी मुझे जंबो कहने लगे.’