उत्तराखंड में पांचवीं विधानसभा के गठन के लिए हुए मतदान के नतीजे 10 मार्च को आएंगे, लेकिन तीन दिन पहले सामने आए एग्जिट पोल ने कांग्रेस की उम्मीदों को पंख जरूर लगा दिए हैं। विभिन्न एजेंसियों और चैनलों की ओर से कराए गए सर्वे कांग्रेस को भी सत्ता की कुर्सी के करीब पहुंचा रहे हैं। इसे लेकर पार्टी नेताओें और कार्यकर्ताओं में जोश है।
चुनाव परिणाम से पहले आने वाले एग्जिट पोल पर सभी की नजर लगी हुई थी। सियासी दलों के साथ जनता को भी इसका इंतजार था। यूपी में अंतिम चरण का चुनाव संपन्न होते ही विभिन्न एजेंसियों की ओर से एग्जिट पोल के आंकड़े प्रस्तुत किए गए। कई आंकड़ों में कांग्रेस को सत्ता के काफी करीब दिखाया गया है। इसे लेकर पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता उत्साह से लबरेज हैं। प्रदेश कार्यालय में सोमवार शाम प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कार्यकर्ताओं के साथ एग्जिट पोल के नतीजे देखे और चर्चा की। उन्होंने कहा कि अधिकतर एजेंसियों के आंकड़े बता रहे हैं कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। यह पार्टी के लिए सुखद खबर है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के भ्रष्टाचार और धुआं छोड़ डबल इंजन की सरकार से जनता ऊब चुकी थी, इसलिए उसने इस बार सत्ता परिवर्तन के लिए वोट किया है। आने वाली 10 तारीख को कांग्रेस प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम ने कहा कि एग्जिट पोल सूचनाओं पर ही आधारित होते हैं। कुछ चैनल और एजेंसियां राज्य में भाजपा की सरकार बनवा रही हैं। इसी तरह के एग्जिट पोल पहले भी पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि गोवा, कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी एग्जिट पोल गलत साबित हुए हैं। कुछ राज्यों में भाजपा जरूर धनबल और खरीद-फरोख्त कर सरकार बनाने में कामयाब रही है, लेकिन व्यक्तिगत रूप से उनका मानना है कि एग्जिट पोल के नतीजे कभी सिरे नहीं चढ़ पाए। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल कुछ भी कहें, हकीकत यह है कि आगामी 10 मार्च को कांग्रेस राज्य में सरकार बनाने जा रही है।
भाजपा को प्रचंड बहुमत नहीं
किसी भी न्यूज चैनल या एजेंसी के एग्जिट पोल में भाजपा उत्तराखंड में प्रचंड बहुमत के पास नहीं है। हालांकि, पार्टी ने अबकी बार साठ पार का संकल्प लिया था, लेकिन कुछ एग्जिट पोल में तो वह 22 से 28 सीटों पर भी सिमटती दिखाई गई है। एग्जिट पोल में उसके खाते में अधिकतम 43 सीटें दर्ज होती दिखी हैं। जबकि, एक समाचार एजेंसी ने कांग्रेस को अधिकतम 46 सीटें दिखाई हैं।