देश में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना रोधी टीके की तीसरी खुराक देने की इजाजत से जहां लोगों की महामारी से सुरक्षा में इजाफा होगा, वहीं टीकाकरण अभियान में नया मोड़ आ जाएगा। टीके बनाने वाली कंपनियों की कमाई भी बढ़ेगी, क्योंकि तीसरी खुराक सशुल्क रहेगी।
देश में अभी करीब 87 फीसदी वयस्कों ने कोविड वैक्सीन की दोनों खुराक ले ली है, जबकि मात्र 2.6 फीसदी लोग ही ऐहतियाती बूस्टर खुराक लगवा सके हैं। अब 18 साल से ज्यादा उम्र वाले सभी लोगों को बूस्टर खुराक की इजाजत से टीकों की मांग तेजी से बढ़ेगी।
91 करोड़ खुराक की जरूरत पड़ेगी
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को बूस्टर खुराक देने की अनुमति दे दी है। इससे कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के नए स्ट्रैन एक्सई व अमूमन हर चार माह में आ रहे नए स्ट्रैन के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद मिलेगी। एक अनुमान के अनुसार बूस्टर डोज के लिए देश में 91 करोड़ से ज्यादा खुराक की जरूरत पड़ेगी।