सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान के लिए सोमवार को आस्था का सैलाब उमड़ा। सुबह से लेकर शाम तक हरकी पैड़ी समेत गंगा घाटों पर हुजूम रहा। 34 लाख श्रद्धालुओं के गंगा में आस्था की डुबकी लगाने से 2021 कुंभ में सोमवती अमावस्या के शाही स्नान की भीड़ का रिकॉर्ड भी टूट गया। हरकी पैड़ी श्रद्धालुओं से ठसाठस भरी रही। श्रद्धालुओं ने स्नान और पूजन कर दान-पुण्य किया। ब्राह्मणों को दक्षिणा दी और गरीबों को भोजना कराया।
सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान का अलग महत्व है। बाहरी प्रदेशों से श्रद्धालुओं ने रविवार की रात से ही हरिद्वार में डेरा जमा लिया था। गंगा घाटों पर रात 12 बजे से चहल पहल शुरू हो गई थी। सुबह चार बजे से हरकी पैड़ी और अन्य गंगा घाटों पर हर-हर गंगे के जयघोष के साथ डुबकी लगानी शुरू हो गई। कोरोना काल के बाद गंगा घाट पर यह पहला ऐसा स्नान हुआ जिसमें अपार भीड़ उमड़ी। उत्तर प्रदेश सहित हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली, मध्य प्रदेश, गुजरात समेत देश के अन्य राज्यों से भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और गंगा में डुबकी लगाई।
हरकी पैड़ी पर सुबह चार बजे से रात आठ बजे तक पैक रही। शाम की आरती में बैठना तो दूर खड़े होने तक की जगह नहीं मिली। कांगड़ा घाट, महिला घाट, मालवीय द्वीप घाट, शिवघाट, सुभाष घाट, गोविंदपुरी घाट, ऋषिकुल घाट, महर्षि कश्यप घाट, प्रेमनगर आश्रम घाट भी स्नान करने वाले श्रद्धालुओं से पैक रहे। पुलिस के मुुताबिक करीब 34 लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। पिछले साल कुंभ में सोमवती अमावस्या के शाही स्नान पर 31 लाख 23 हजार श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई थी। जबकि कुंभ में ही महाशिवरात्रि के शाही स्नान पर भी 32 लाख 37 हजार श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया था। सोमवार को सोमवती अमावस्या स्नान में श्रद्धालुओं ने कुंभ के शाही स्नानों की भीड़ को भी पीछे छोड़ दिया।