चंपावत उपचुनाव के नतीजों को कांग्रेस ने सरकार और भाजपा की सुनियोजित साजिश का परिणाम करार दिया। शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने चुनाव प्रक्रिया की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। कहा कि चुनाव आयोग और राज्यपाल से पूरे चुनाव प्रक्रिया और खासकर मतदान के दिन की हाईकोर्ट के रिटायर जज से जांच की मांग की जाएगी।
माहरा ने कहा कि चंपावत में चुनाव भाजपा ने नहीं बल्कि सरकार ने लड़ा। पूरी सरकारी मशीनरी का जमकर दुरूपयोग किया गया। मतदान के दिन दोपहर एक बजे बाद सभी बूथों पर वोटर की संख्या बेहद कम हो गई थी। इसी अवधि के बाद मतदान का प्रतिशत बढ़ा है।
इस दौरान संदिग्ध रूप से बार बार बिजली कटौती होती रही और सीसीटीवी कैमरा भी ऑफ हो गए। सरकारी मशीनरी कठपुतली की तरह काम कर रही थी। चुनाव आयोग की अनुमति से ही राजनीतिक दल अपने कार्यलय खोलते हैं, लेकिन साजिश के तहत कांग्रेस के दो दो चुनाव कार्यालय बंद करवा दिए।
यह चुनाव लोकतंत्र की हत्या के समान रहा है। कांग्रेस इसकी जांच की मांग करेगी। पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी चुनाव में सरकार और भाजपा की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए।