देहरादून। पूर्व सीएम हरीश रावत और पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह कैंप के बीच जारी शीतयुद्ध के बीच प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने शनिवार को कड़े तेवर दिखाए। माहरा ने कहा कि, शीर्ष नेता केवल और केवल पार्टी की मजबूती पर फोकस करें। रही बात पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत की तो उन्हें पार्टी मजबूत करना का प्रयास करना चाहिए। पार्टी को कमजोर करने का प्रयास किसी सूरत में बर्दास्त नहीं किया जाएगा। राजीव भवन में मीडिया में बातचीत में माहरा ने पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा विपक्ष के कमजोर होने की बातों को सिरे से खारिज किया। कहा कि पहला मौका है कि जब पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ता सक्रिय होकर आगे आ रहे हैं। पार्टी अपनी जगह पर मजबूत है और जो लोग अपने बयानों से कांग्रेस को कमजोर कर रहे हैं, उनके चश्मे को तो कोई बदल नहीं सकता। पूर्व काबीना मंत्री हरक सिंह रावत पर करन ने कहा कि वो सीनियर व्यक्ति हैं, उन पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। लेकिन मेरा सवाल यह है कि वो खुद कितने कार्यक्रमों में शामिल हुए? उन्हें इस प्रकार के बयान देने से बचना चाहिए।
करन ने कहा कि, कार्यकर्ता हर नेता का बारीकी से आंकलन कर रहा है। जब कार्यकर्ता किसी नेता से बहुत ज्यादा आहत होता है तो उसे छोड़ देता है। राजीव भवन में मीडिया से बातचीत में करन ने कहा कि जिस देवता के प्रति लोगों में आस्था नहीं रहती वो देवता भी देवता कहां रह पाता है। जो कांग्रेस को इज्जत देगा, पूरी पार्टी उसके साथ चलेगी। लेकिन जो पार्टी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, उसके साथ वैसा ही व्यवहार किया जाएगा। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को ईडी के समन के खिलाफ मुहिम और राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी पर कांग्रेस रविवार को मंथन करेगी। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव जिलाध्यक्ष, विधायक, वरिष्ठ नेताआंे और कोर कमेटी के साथ बैठक करेंगे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने बताया कि बैठक में सभी विषयों पर चर्चा की जाएगी। पार्टी की भावी रणनीति का खाका भी तय किया जाएगा।