झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने अपनी कुर्सी पर मंडराते संकट के बीच आज राज्य विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश कर दिया। विपक्षी भाजपा सदस्यों ने इस दौरान जमकर हंगामा किया। हालांकि, सोरेन की तकदीर का फैसला राज्यपाल रमेश बैस को करना है। उन्होंने अब तक सोरेन को अयोग्य करार देने के बारे में चुनाव आयोग की सिफारिश पर कोई फैसला नहीं किया है।
विश्वास मत प्रस्ताव को बहस के बाद आज ही पारित किया जाएगा। इसके लिए विधानसभा एक दिनी विशेष सत्र बुलाया गया है। सत्र के लिए महागठबंधन सरकार के समर्थक 29 विधायकों को छह दिन बाद रविवार को रायपुर से रांची लाया गया। माना जा रहा है कि सीएम सोरेन विधानसभा में बहुमत परीक्षण या विश्वास मत साबित करने में कामयाब रहेंगे, लेकिन इससे उनकी कुर्सी पर मंडराता संकट या विधायकी से अयोग्य करार दिए जाने की आशंका दूर नहीं होगी। राज्य में जारी सियासी संकट के चलते सर्किट हाउस व विधानसभा के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।