देहरादून। देहरादून स्थित देहरादून प्रौद्धोगिकी संस्थान में सैमसंग इंडिया द्वारा आयोजित शिक्षा और नवाचार रोड शो में कॉलेज के 500 जोश से भरे युवा छात्रों ने वे राज्य और देश की जनता और समुदायों की उन सबसे भारी समस्याओं का समाधान करने की इच्छ व्यक्त की है जिनका सामना आज वे कर रहे हैं यह रोड शो सैमसंग सॉल्व फॉर टुमॉरो प्रतियोगिता के दूसरे सीजन के लिए आयोजित किया गया था। देहरादून में छात्रों ने जो लड़के और लड़कियों के लिए शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान से भी आए थे ने कहा कि वे त्वरित पुनर्चक्रण के लिए कचरा निपटान ऐप, एक पोर्टेबल थायराइड टेस्टमशीन, ऑटोमेटेड कचरा पृथक्करण, एक किफायती एक्स-रे मशीन और टेक्नोलॉजी के माध्यम से स्ट्रीट वेंडर्स की मदद करने जैसे आइडिया के साथ वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करना चाहते हैं। ह्यून किम कॉर्पोरेट वाइस प्रेजीडेंट सैमसंग साउथवेस्ट एशिया ने कहा सैमसंग में युवाओं की शक्ति का सदुपयोग हमारी प्राथमिकता है। यही हमें और हमारे वैश्विक सीएसआर विजन टुगेदर फॉर टुमॉरो इनेबलिंग पीपल को संचालित करता है। युवाओं द्वारा अपने आसपास के समुदायों को प्रभावित करने वाले वास्तविक जीवन के मुद्दों में उठाने से उन्हें प्रत्यक्ष रूप से यह देखने का मौका मिलता है कि वे दुनिया में क्या बदलाव ला सकते हैं। सैमसंग सॉल्व फॉर टुमॉरो के साथ हम युवाओं को अवसर देने के साथ-साथ देश में इनोवेशन इकोसिस्टम को मजबूत करने में अपनी भूमिका को निभाते हुए सरकार के विजन और पॉवरिंग डिजिटल इंडिया के हमारे अपने विजन को आगे बढाना चाहते हैं।सैमसंग के ग्लोबल सीएसआर प्रोग्राम सॉल्व फॉर टुमॉरो पर चर्चा करने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में छात्रों ने कहा कि उन्हें अपने आइडियाज को क्रियान्वित करने के लिए मार्गदर्शन और समर्थन देने के लिए सॉल्व फॉर टुमॉरो जैसे प्लेटफॉर्म की आवश्यकता है। उन्होंने उन नवीन तकनीक के बारे में बात की जिनका उपयोग वे समस्याओं का समाधान करने में कर सकते हैं। सैमसंग ने बीते दिनों राष्ट्रीय शिक्षा और नवाचार प्रतियोगिता सॉल्व फॉर टुमॉरो के दूसरे सीजन के लिए इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के स्टार्टअप हब और फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, आईआईटी दिल्ली के साथ अपनी पार्टनरशिप की घोषणा की थी। सॉल्व फॉर टुमॉरो के साथ, सैमसंग का लक्ष्य देश के युवाओं के बीच नवीन सोच और समस्या समाधान की संस्कृति की शुरूआत करना है। शीर्ष तीन टीमों को अपने आइडियाज को क्रियान्वित करने के लिए 1.5 करोड़ रुपये की राशि दी जाएगी। साथ ही, शीर्ष 30 और शीर्ष 10 में पहुंचने वाले अन्य प्रतिभागियों को कार्यक्रम के विभिन्न चरणों में पुरस्कृत किया जाएगा।