नई दिल्ली। दलितों को अपनी ओर खींचने का दांव आजमाने के लिए पार्टी अपने घोषणा पत्र का सहारा लेगी। इसके लिए कांग्रेस के चुनाव घोषणापत्र में सत्ता में आने पर दलित समुदाय को सामाजिक सम्मान दिलाने के कदमों का वादा किया जाएगा तो साथ ही उना की दलित उत्पीड़न जैसी घटनाओं की विशेष जांच कराने की भी घोषणा करने की तैयारी है। गुजरात चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणा पत्र सूबे की सभी वर्गो और पार्टी के अपने अध्ययन से सामने आए फीडबैक को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी घोषणा पत्र में शामिल किए जा रहे वादों की खुद समीक्षा कर रहे हैं और इसे अब अंतिम रुप दिया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार घोषणा पत्र में चुनावी वादों के साथ कांग्रेस गुजरात में भाजपा के दो दशक के शासन में उसकी सामाजिक-शैक्षणिक और स्वास्थ्य के मुद्दों पर पिछड़ने के मुद्दों को भी शामिल कर तस्वीर बदलने की बात करेगी। वहीं दलितों के लिए उना समेत गुजरात में इस समुदाय के साथ हुई उत्पीड़न की घटना की समयबद्ध विशेष जांच करा न्याय सुनिश्चित करने से लेकर उनके लिए कई कल्याणकारी योजनाओं की भी घोषणा की जाएगी।
मालूम हो कि गुजरात चुनाव में ओबीसी को साधने के लिए कांग्रेस ने पहले इस समुदाय के युवा चेहरे के रुप में सामने आए अल्पेश ठाकोर को पार्टी में शामिल कर मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा की दो दशक से जारी सत्ता में अहम भूमिका निभाने वाले सबसे प्रभावशाली पाटीदार समुदाय में सेंध लगाने के लिए कांग्रेस ने आरक्षण का वादा कर हार्दिक पटेल को अपने साथ कर लिया है।