देहरादून। देश के भावी सैन्य अफसर सरहद की निगहबानी को पूरी तरह से तैयार हैं। मुख्य परेड से पहले बृहस्पतिवार को भावी सैन्य अफसरों ने आईएमए के गीत की धुन पर शानदार परेड का प्रदर्शन किया। परेड में सीना चौड़ा किए सधे हुए कदम और शानदार ड्रिल ने जेंटलमैन कैडेट्स के आईएमए में लिए प्रशिक्षण को सार्थक साबित किया। आईएमए कमांडेंट ले. जनरल विजय कुमार मिश्रा ने परेड की सलामी ली।
भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड कल (शनिवार) आयोजित की जाएगी। इस दिन भारतीय सेना को 332 युवा अफसरों की टोली मिल जाएगी। इसके अलावा सात मित्र देशों के 42 कैडेट्स भी आईएमए से कड़ा प्रशिक्षण लेकर अपनी-अपनी सेना का हिस्सा बनेंगे। मुख्य परेड से पहले बृहस्पतिवार को अकादमी में कमांडेंट परेड का आयोजन किया गया।
इसमें भावी सैन्य अफसरों का देश के लिए जोश और जज्बा देखते ही बन रहा था। इस दौरान कमांडेंट ने कहा कि नेतृत्व अधिकार नहीं, बल्कि उत्तरदायित्व है। आपका हर कार्य और निर्णय आपके अधीन लोगों को प्रभावित करेगा। एक सैन्य अफसर की अपने प्रत्येक जवान के प्रति जिम्मेदारी बनती है। एक अधिकारी के रूप में आपको अपने इरादे और कार्यों की सत्यता व पवित्रता के आधार पर उनका सम्मान और विश्वास अर्जित करना होगा। उनके भरोसे पर खरा उतरने की कोशिश करें। ऐसे उदाहरण स्थापित करें कि वे गर्व से आपकी ओर देखें।