फिलिप्‍स एजुकेशन ने हरिद्वार में खोला अत्‍याधुनिक और  एडवांस मैन्‍यूफैक्‍चरिंग सेंटर ऑफ एक्‍सीलेंस 

  • केंद्र में तीन वर्षों तक 1200 छात्रों को प्रशिक्षण देने के बाद नौकरियों
  • की पेशकश की जाएगी – 5000 परिजन होंगे प्रत्‍यक्ष रूप से प्रभावित 
हरिद्वार: एडवांस मैन्‍यूफैक्‍चरिंग एजुकेशन के क्षेत्र में ग्‍लोबल लीडर फिलिप्‍स एजुकेश ने हरिद्वार उत्‍तराखंड स्थित विशिष्‍ट गवर्नमेंट इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्‍टीट्यूट में अपने सेंटर ऑफ एक्‍सीलैंस का उद्घाटन किया है। इस सेंटर ऑफ एक्‍सीलैंस (सीओई) की स्‍थापना उत्‍तराखंड वर्कफोर्स डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूकेडब्‍ल्‍यूडीपी) के सहयोग से की गई है तथा इसे वर्ल्‍ड बैंक का समर्थन हासिल है। यह अत्‍याधुनिक सीओई देश में कम दक्ष निर्माण प्रक्रियाओं के स्‍थान पर उन्‍नत टैक्‍नोलॉजी के नए दौर की ओर इशारा करता है जो कि दुनिया के साथ भारत के कदमताल करने का भी सूचक है और इस बात का प्रमाण भी कि देश वैश्विक उत्‍कृष्‍टता के अनुरूप खुद को तैयार कर रहा है।
आज यहां उत्‍कृष्‍टता केंद्र का उद्घाटन मुख्‍य अतिथि श्री सौरभ बहुगुणा जी (कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री, उत्‍तराखंड) ने रिबन काटकर तथा दिया जलाकर किया। इस मौके पर, सेंटर का दौरा भी आयोजित किया गया तथा जाने-माने वक्‍ताओं ने उपस्थित जनों को संबोधित किया। इस बारे में मीडिया को जानकारी देने के लिए एक संवाददाता सम्‍मेलन का भी आयोजन किया गया था।
उत्‍कृष्‍टता केंद्र के उद्घाटन अवसर पर, श्री सौरभ बहुगुणा जी (कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री, उत्‍तराखंड) ने कहा, ”आज हम इस सेंटर ऑफ एक्‍सीलेंस का उद्घाटन करने के लिए यहां उपस्थित हैं, और इस समय हम इस बात पर विचार कर सकते हैं कि आओ बेहतर भारत बनाएं केवल एक नारा नहीं है, यह संदेश है कि किस तरह हम मिलकर बेहतर उत्‍तराखंड और श्रेष्‍ठ भारत का निर्माण कर रहे हैं। यह केंद्र प्रशिक्षुओं के लिए रोज़गार के अवसर तैयार करेगा और यह भी सुनिश्चित करेगा कि उनके प्रशिक्षण के लिए उन्‍नत टैक्‍नोलॉजी का इस्‍तेमाल किया जाए। प्रतिभागियों को प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर हमारे राज्‍य में अपनी फैक्ट्रियां लगाने और वैश्विक स्पर्धा में उतरने के लिए प्रेरित किया जाएगा।”
फिलिप्‍स एजुकेशन में मुख्‍य ज़ोर मैन्‍यूफैक्‍चरिंग उद्योग के सर्वाधिक कमजोर पक्ष यानि कौशल संबंधी कमियों को दूर करने पर दिया जाता है ताकि इस क्षेत्र की संभावनाओं का भरपूर लाभ उठाने का मौका मिल सके। हरिद्वार स्थित उत्‍कृष्‍टता केंद्र इस साल के शुरू में फिलिप्‍स एजुकेशन को सौंपा गया था ताकि क्षेत्र की मैन्‍यूफैक्‍चरिंग ताकत को पोषित कर इसकी क्षमताओं को नई बुलंदियों पर पहुंचाया जा सके। फिलिप्‍स की ओर से इस मौके पर उपस्थि‍त गणमान्‍य व्‍यक्तियों में श्री रक्षित केजरीवाल (प्रेसीडेंट, फिलिप्‍स एजुकेशन), श्री निखिल मोदी (ग्‍लोबल मार्केटिंग लीडर, फिलिप्‍स कार्पोरेशन) तथा कर्नल अंकुर सभरवाल (वाइस प्रेसीडेंट – ऑपरेशंस) शामिल थे। इस अवसर पर अन्‍य कई गणमान्‍य व्‍यक्ति जैसे लेफ्टिनेंट कर्नल मोहित चौहान भी उपस्थित थे। डॉ हरिन्‍द्र गर्ग, चेयरमैन, सिडकुल मैन्‍यूफैक्‍चरिंग एसोसिएशन उत्‍तराखंड ने उपस्थित जनों को संबोधित किया।
उद्योग, सरकारों तथा नागरिकों के लिए रोज़गार के अवसर उपलब्‍ध कराने के परिप्रेक्ष्‍य में इस पहल का महत्‍व समझते हुए, फिलिप्‍स देश-विदेश में इस प्रकार के उत्‍कृष्‍टता केंद्रों की स्‍थापना कर रही है। फिलिप्‍स ने मलेशियाई सरकारी एजेंसी के साथ भागीदारी कर मलेशिया में एक उत्‍कृष्‍टता केंद्र (सीओई) की स्‍थापना की दिशा में हाथ बढ़ाया है ताकि मलेशिया में इंडस्‍ट्री 4.0 को बढ़ावा दिया जा सके। इसी तरह, यह कतर के पहले एडवांस मैन्‍यूफैक्‍चरिंग सीओई को विकसित करने में भी महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, इस प्रोजेक्‍ट को मैकिन्‍से के नेतृत्‍व में तथा कतर डेवलपमेंट बैंक द्वारा पेश मॉडल फैक्‍ट्री – फैक्‍ट्री वन के सहयोग से तैयार किया जा रहा है। ऐसा प्रत्‍येक सीओई वास्‍तव में, फिलिप्‍स एजुकेशन द्वारा अपने सहयोगी संगठनों के साथ मिलकर कौशल संबंधी कमियों को दूर करने के मकसद से किए जा रहे प्रयासों का नतीजा है।
श्री केजरीवाल का कहना है, ”फिलिप्‍स, अपने असाधारण ग्राहक आधार और नए मैकेनिकों को तैयार करने तथा प्रोत्‍साहित करने में अभूतपूर्व दक्षता रखने वाला ब्रैंड है। मैन्‍यूफैक्‍चरिंग के क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में हमारी सक्रियता न सिर्फ हमारे एक और व्‍यापारिक उपक्रम को दर्शाती है बल्कि यह भी संकेत देती है कि हम अपने राष्‍ट्र की बेहतरी के लिए अपनी जिम्‍मेदारी को समझते हैं और देश को आत्‍मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रयत्‍नशील भी हैं।”
श्री केजरीवाल का कहना है कि हरिद्वार ऐसा जिला है जो भारत के मैन्‍यूफैक्‍चरिंग सैक्‍टर में योगदान करने की जबर्दस्‍त संभावनाओं से भरपूर है। उन्‍होंने कहा, ”हमारा मानना है कि यह सीओई क्षेत्र के छात्रों को सशक्‍त बनाएंगे और उन्‍हें पर्यटन तथा कृषि क्षेत्रों पर निर्भरता रखने की बजाय मैन्‍यूफैक्‍चरिंग के क्षेत्र में भी अपने लिए कॅरियर के अवसरों को टटोलने में समर्थ बनाएगा।”
हरिद्वार में इस सेंटर ऑफ एक्‍सीलैंस के आधिकारिक रूप से चालू होने के बाद, हम न सिर्फ इस क्षेत्र में बल्कि देशभर में ज्ञान, नवोन्‍मेष तथा उत्‍कृष्‍टता को बढ़ावा देने वाली मशाल के तौर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। दुनिया के कई देशों में तथा भारत में भी विभिन्‍न राज्‍यों में फिलिप्‍स एजुकेशन द्वारा उत्‍कृष्‍टता केंद्रों की स्‍थापना को बढ़ावा मिलने से मैन्‍यूफैक्‍चरिंग शिक्षा प्रदाताओं को ऐसा विस्‍तृत नेटवर्क कायम करने में मदद मिलेगी जिसमें देश-विदेश के छात्रों के लिए एक्‍सचेंज प्रोग्रामों को बढ़ावा मिलेगा और साथ ही, विचारों के आदान-प्रदान, टैक्‍नोलॉजी के हस्‍तांतरण तथा श्रेष्‍ठ कार्य प्रथाओं को साझा करने में भी मदद मिलेगी।
केंद्र का उद्घाटन उत्‍साहपूर्वक माहौल में किया गया और इसने भविष्‍य के लिए भी उम्‍मीद की किरण दिखायी है। इस केंद्र में छात्रों के लिए अत्‍याधुनिक सुविधाओं, उन्‍नत मशीनरी और उद्योग में अग्रणी पाठ्यक्रम उपलब्‍ध कराया गया है जिससे निश्चित ही स्‍थानीय कार्यबल और क्षेत्र का आर्थिक विकास प्रभावित होगा। यह केंद्र वास्‍तव में, इस बात का उदाहरण है कि किस तरह से राज्‍य सरकार, कार्पोरेट और वर्ल्‍ड बैंक के संयुक्‍त प्रयासों से ही मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया तथा आत्‍मनिर्भर भारत जैसे मिशन साकार किए जा सकते हैं।

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