देहरादून: कई जमीनों के फर्जी तरीके से बैनामे और अन्य दस्तावेजों को तैयार कर रजिस्ट्रार कार्यालय में फर्जी व्यक्तियों के नाम पर दर्ज कर जमीनों की खरीद फरोख्त का फर्जीवाड़े में कार्रवाई जारी है. मामले सामने आने के बाद रजिस्ट्रार कार्यालय के सहायक महानिरीक्षक निबन्धन संदीप श्रीवास्तव की तहरीर के आधार पर कोतवाली नगर देहरादून में अब तक 9 मुकदमे पंजीकृत कराए जा चुके हैं. इसमें एसआईटी टीम द्वारा विवेचना की जा रही है और अब तक 16 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. देहरादून में कई जमीनों के फर्जी तरीके से बैनामे और अन्य दस्तावेजों को तैयार कर रजिस्ट्रार कार्यालय में फर्जी व्यक्तियों के नाम पर दर्ज कर जमीनों की खरीद फरोख्त का फर्जीवाड़े में कार्रवाई जारी है. मामले सामने आने के बाद रजिस्ट्रार कार्यालय के सहायक महानिरीक्षक निबन्धन संदीप श्रीवास्तव की तहरीर के आधार पर कोतवाली नगर देहरादून में अब तक 9 मुकदमे पंजीकृत कराए जा चुके हैं. इसमें एसआईटी टीम द्वारा विवेचना की जा रही है और अब तक 16 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.
एसएसपी का कहना है कि देहरादून निवासी ओमवीर सिंह का पहले से ही जमीनों के फर्जीवाड़े का आपराधिक इतिहास रहा है. पहले भी कई विवादित जमीनों में इसकी संलिप्ता रही है. ओमवीर की जान- पहचान सहारनपुर निवासी केपी सिंह से थी और ओमवीर भी देहरादून में विवादित और खाली पड़ी जमीनों पर नजर रखता था. ओमवीर की नजर राजपुर रोड मधुबन के पास स्थित दो-ढाई बीघा जमीन पर पड़ी. जानकारी लेने पर पता चला कि भू-स्वामी विदेश में रहने वाली एनआरआई महिला रक्षा सिन्हा हैं, जो काफी सालों से देहरादून नहीं आई हैं. ओमवीर ने रक्षा सिन्हा की पूरी जानकारी निकाली तो पता चला कि रक्षा सिन्हा के पिता पीसी निश्चल देहरादून में ही रहते थे, जिनकी मृत्यु हो चुकी है.