देहरादून। शिक्षा सत्र को नियमित करने के लिये विभागीय अधिकारियों को अभी से तैयारियों में जुटने के निर्देश दे दिये गये हैं। सरकार का उद्देश्य बोर्ड परीक्षाओं को समय पर आयोजित करा कर परीक्षाफल समय पर घोषित करना है। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को 30 अप्रैल तक बोर्ड परीक्षा परिणाम तथा 30 मई तक अंक सुधार परीक्षा परिणाम घोषित करने का लक्ष्य दिया गया है ताकि उच्च शिक्षा का सत्र भी समय पर शुरू किया जा सकें।
सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। डॉ. रावत ने बताया प्रदेश में शिक्षण सत्र समय पर शुरू कराने के दृष्टिगत विभागीय उच्चाधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया गया। जिसमें तय किया गया कि वर्तमान शैक्षिक सत्र की बोर्ड परीक्षाएं फरवरी-मार्च में करा कर 30 अप्रैल तक 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षाओं का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया जायेगा, जबकि बोर्ड परीक्षाओं के तहत अंकसुधार परीक्षा का परिणाम भी एक माह के भीतर घोषित कर दिये जायेंगे। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को अभी से तैयारियों में जुटने के निर्देश दे दिये गये हैं। विद्यालयी शिक्षा का सत्र नियमित होने से जहां एक ओर छात्र-छात्राएं नई कक्षा में समय पर प्रवेश ले सकेंगे वहीं दूसरी ओर उच्च शिक्षा के सत्र को सभी समय पर शुरू करने में मदद मिलेगी। इसका लाभ प्रदेश की पूरी शिक्षा व्यवस्था को मिलेगा। डॉ. रावत ने विभागीय अधिकारियों को आवंटित जनपदों का भ्रमण कर विद्यालयों का बरीकी से स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही स्कूलों में उपलब्ध संसाधनों की भी रिपोर्ट तैयार कर मंत्रालय को प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। विभागीय मंत्री ने कहा कि भ्रमण के दौरान अधिकारी पीएम-श्री स्कूल, अटल उत्कृष्ट विद्यालय व कलस्टर विद्यालयों सहित नेता जी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय छात्रावासों का भी स्थलीय निरीक्षण कर वहां के छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों से भी संवाद स्थापित करेंगे। भ्रमण के पश्चात विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिये प्रभावी निर्णय लिये जायेंगे। बैठक में सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन, अपर सचिव शिक्षा योगेन्द्र यादव, रंजना राजगुरू, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, अपर सचिव एम.एम. सेमवाल, निदेशक माध्यमिक शिक्षा सीमा जौनसारी, निदेशक अकादमी शोध एवं प्रशिक्षण वंदना गर्ब्याल, निदेशक प्राथमिक शिक्षा रामकृष्ण उनियाल, संयुक्त सचिव जे.एल. शर्मा, बी.एस. बोरा, उप सचिव अनिल कुमार पाण्डेय सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।