देहरादून: आज विभिन्न संगठन और विपक्षी दल गांधी पार्क पहुंचे, जहां उन्होंने गांधी प्रतिमा के सामने हल्द्वानी हिंसा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। साथ ही शोक सभा का आयोजन किया गया। जिसमें घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की गई। इसी बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने हल्द्वानी हिंसा को प्रशासन की लापरवाही करार दिया है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि किसी भी नागरिक के प्रति हिंसा की वारदात को रोकना सरकार की जिम्मेदारी बनती है और कोई भी नागरिक अपने आप को असुरक्षित महसूस ना करे, उस दिशा में भी सरकार को काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हल्द्वानी हिंसा में प्रशासन के लोग भी शामिल हैं, इसलिए जांच के दायरे में वह भी आएंगे। ऐसे में अगर कोई प्रशासनिक अधिकारी हल्द्वानी हिंसा की जांच करेगा, तो निश्चित रूप से निष्पक्ष जांच नहीं होगी। करन माहरा ने कहा कि आजादी के बाद हल्द्वानी में कभी भी ऐसे हालात पैदा नहीं हुए हैं। प्रशासन द्वारा बिना किसी तैयारी के तोड़फोड़ करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि हल्द्वानी में घटी घटना प्रशासन और पब्लिक के बीच का मामला था, जिसको अलग रूप दिए जाने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में इसको रोका जाना जरूरी है। वहीं, भाकपा माले के राज्य सचिव इंद्रेश मैखुरी ने कहा कि मुख्य सचिव की ओर से घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं, लेकिन वह इस तरह की जांच से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं, इसलिए हल्द्वानी हिंसा की सीटिंग जज से जांच कराई जानी चाहिए। उन्होंने नैनीताल जिले के डीएम और एसएसपी को जिम्मेदार ठहराते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग उठाई है।