शिमला। हिमाचल प्रदेश में हर पांच साल में सत्ता में बदलाव का दौर जारी है। इस बार भाजपा कांग्रेस की सरकार को राज्य की सत्ता से बाहर करती दिख रही है। राज्य की 68 विधानसभा सीटों में से अब तक मिले रुझानों के मुताबिक भाजपा 43 सीटों पर आगे चल रही है जबकि कांग्रेस 22 सीटों पर और तीन सीटों पर अन्य आगे हैं।
राज्य में भाजपा की ओर से प्रेम कुमार धूमल मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। हिमाचल में भाजपा ने भ्रष्टाचार को मुख्य मुद्दा बनाया था। राज्य के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने इस चुनाव को अपना अंतिम चुनाव बताया था। धूमल अपनी सीट से कांग्रेस उम्मीदवार से पीछे चल रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में मतगणना के 5 घंटे गुजर चुके हैं, अब राज्य की सियासी तस्वीर धीरे-धीरे साफ हो रही है। अबतक के रुझानों में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है। जबकि हिमाचल प्रदेश ने अपने ट्रेंड के मुताबिक सत्ता से कांग्रेस की विदाई कर दी है। यह राज्य वर्ष 1985 से वैकिल्पक रूप से कभी कांग्रेस तो कभी भारतीय जनता पार्टी को चुनता आया है।
वर्ष 2012 में कांग्रेस ने 36 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा को 26 सीटों से संतोष करना पड़ा, वहीं छह सीटें निर्दलीय नेताओं के हाथ लगीं। साल 2012 के चुनाव में अपमानजनक हार का सामने करने के बाद भाजपा राज्य में वापसी करने की पुरजोर कोशिश कर रही है। इस पार्टी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई रैलियां कीं। वहीं, कांग्रेस को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में 2012 की जीत दोहराने की उम्मीद है।