देहरादून। भारत की सबसे बड़ी खुदरा स्वास्थ्य बीमा कंपनी, स्टार हेल्थ एंड अलाइड इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (स्टार हेल्थ इंश्योरेंस) ने आज उद्योग में पहली बार ब्रेल लिपि में एक बीमा पॉलिसी लॉन्च करने की घोषणा की। यह पॉलिसी समावेश और सुलभता के प्रति स्टार हेल्थ इंश्योरेंस की प्रतिबद्धता बढ़ाते हुए, यह सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है कि दृष्टिबाधित और नेत्रहीन लोगों तक जानकारी की पहुंच हो और अपने स्वास्थ्य तथा वित्त संबंधी मामलों पर स्वतंत्र निर्णय ले सकें। स्टार हेल्थ ने भारत में मौजूद 34 मिलियन दृष्टिबाधित/दृष्टिहीन लोगों को आय सृजन के अवसरों के साथ आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए विविधता और वित्तीय समावेश अभियान भी शुरू किया है। यह समाज के इस वंचित, हाशिए पर पड़े वर्ग को प्रशिक्षण और कौशल प्रदान कर उन्हें कंपनी के साथ स्वास्थ्य बीमा एजेंट बनने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस प्रक्रिया की खूबसूरती यह है कि यह उन्हें अपनी गति से, अपने परिचित परिवेश में काम करने और अपने जीवन की ज़िम्मेदारी खुद संभालने में मदद करता है।
स्टार हेल्थ इंश्योरेंस के एमडी और सीईओ, आनंद रॉय ने कहा कि हमें ब्रेल लिपि में ‘स्पेशल केयर गोल्ड’ पॉलिसी लॉन्च करने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। यह समाज के सभी वर्गों में स्वास्थ्य बीमा तक समान पहुंच प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह पॉलिसी पारंपरिक बीमा से आगे बढ़कर यह सुनिश्चित करने प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है कि विकलांग व्यक्तियों को उनकी ज़रूरत के अनुसार व्यापक सहायता और कवरेज मिले।
बोलांट इंडस्ट्रीज के सीईओ, श्रीकांत बोल्ला ने कहा कि मैंने विकलांग व्यक्तियों के सामने आने वाली चुनौतियों का अनुभव किया है और ऐसे व्यक्ति के रूप में मैं उद्योग में पहली बार पेश इस समावेशी पहल के लिए स्टार हेल्थ इंश्योरेंस की सराहना करता हूं। स्पेशल केयर गोल्ड सिर्फ ब्रेल लिपि में पेश बीमा पॉलिसी ही नहीं है; यह सशक्तिकरण और समान अवसर का संदेश है। यह स्वीकार करता है कि विकलांग व्यक्तियों को भी किसी अन्य व्यक्ति की तरह स्वास्थ्य सुरक्षा का समान अधिकार है, और यह हमारे समाज में सही मायने में समावेश की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। शहूर उद्योगपति, श्रीकांत बोल्ला, दृष्टिबाधित उद्यमी और बोलांट इंडस्ट्रीज के संस्थापक-अध्यक्ष इस लॉन्च कार्यक्रम में स्टार हेल्थ इंश्योरेंस के एमडी और सीईओ, आनंद रॉय के साथ में शामिल हुए।
‘स्पेशल केयर गोल्ड’ पॉलिसी विशेष रूप से विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार की गई है। 2017 में, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया कि भारत में 34 मिलियन लोग, या आबादी का 2.5ः हिस्सा दृष्टिबाधित है। इंडियन जर्नल ऑफ ऑफ्थैल्मोलॉजी द्वारा 2022 में किए गए एक अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि दृष्टिबाधा के कारण उत्पादकता में 646 अरब रुपये यानी प्रति व्यक्ति 9,192 रुपये का आर्थिक नुकसान होता है।