सीएम ने पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी को जयंती और पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी की जयंती और पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रदेश को औद्योगिक उन्नति की राह पर अग्रसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके द्वारा किए गए विकासपरक कार्य हमारे लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेंगे।
उत्तराखंड और उत्तरी क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देने के लिए आईआईएम काशीपुर ने की पहल
देहरादून/काशीपुर। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम), काशीपुर ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की राज्य परिषद सदस्यों की चौथी बैठक का आयोजन किया। इस बैठक का मकसद उत्तराखंड और उत्तरी क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों का पता लगाना था। इसी दिशा में पहल करते हुए प्रमुख उद्योग कर्मियों और शैक्षणिक जगत के अग्रणी लोगों को एक प्लेटफॉर्म पर साथ लाया गया।
आईआईएम काशीपुर के प्रभारी निदेशक प्रोफेसर सोमनाथ चक्रवर्ती ने आपसी संबंधों को बढ़ावा देने की दिशा में ऐसे आयोजनों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने आईआईएम काशीपुर के कैम्पस में उद्योग और इससे संबंधित प्रतिनिधियों का स्वागत किया और कहा, ‘‘हम उद्योग और आईआईएम काशीपुर के बीच संबंधों को गहरा और व्यापक बनाना चाहते हैं।” सीआईआई-उत्तराखंड एक राज्य स्तरीय उद्योग निकाय है। इसका गठन राष्ट्रीय निकाय कन्फैडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) की छत्र छाया में ही किया गया है। इसके तहत, उत्तराखंड में उद्योगों के सामने आने वाली चुनौतियों और अन्य मुद्दों पर चर्चा करने के लिए नियमित बैठकें रोटेशन के आधार पर आयोजित की जाती हैं। सीआईआई-उत्तराखंड के चेयरमैन कनिष्क जैन ने कहा, ‘‘आईआईएम का सीआईआई में शामिल होना और सक्रिय होना उत्तराखंड में उन उद्योगों के लिहाज से एक महत्वपूर्ण कदम है, जो विकास के लिए तैयार हैं। इंडस्ट्री को आज अपने साथ तालमेल करने के लिए प्रमुख संस्थानों की ओर से सहयोग की जरूरत है।’’ आईआईएम काशीपुर के डीन (डेवलपमेंट) प्रो. कुणाल गांगुली ने कहा, ‘‘आईआईएम काशीपुर उद्योग के अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम और इन-कंपनी प्रोग्राम भी संचालित करता है। निश्चित तौर पर ऐसे कार्यक्रमों से इंडस्ट्री को बहुत फायदा होता है।’’ उन्होंने उद्योग-अकादमिक सहयोग के महत्व पर जोर दिया और कहा कि दोनों की वृद्धि और समृद्धि एक दूसरे पर निर्भर है

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