नैनीताल के भीमताल में हुआ हादसा
नैनीताल। उत्तराखंड के नैनीताल जिले में भीषण सड़क हादसा हुआ है। नैनीताल जिले के भीमताल में रोडवेज की बस खाई में गिर गई। बताया जा रहा है कि इस हादसे में कई लोग घायल हैं। एसएसपी नैनीताल ने बताया कि हादसा भीमताल में हुआ है। राहत टीम मौके पर भेजी गई है। दुर्गम रास्ता होने के कारण टीम को पहुंचने में समय लगा। मौके पर पहुंचकर एसडीआरफ और पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। घायल को खाई से निकालकर पास के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जानकारी के मुताबिक बस में 28 लोग सवार थे।
नैनीताल जिले में भीमताल और हल्द्वानी के बीच एक बस अनियंत्रित होकर 500 फीट गहरी खाई में जा गिरी। बस में 28 लोग सवार थे, जब चालक ने नियंत्रण खो दिया और बेकाबू बस पलटियां खाते हुए खाई में जा गिरी। बताया जा रहा है कि बस पिथौरागढ़ से हल्द्वानी की तरफ जा रही थी और अंजाली नामक स्थान के पास गिर गई। बस में सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य 25 सवारियां घायल हो गई।
सूचना के बाद प्रशासन के अलावा एस.डी.आर.एफ., दमकल विभाग, पुलिस और स्थानीय लोग रैस्क्यू कार्य मे जुटे हैं। घायलों को हल्द्वानी के अस्पताल लाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि बस पिथौरागढ़ से हल्द्वानी जा रही थी, तभी बीच रास्ते में भीमताल के पास ये हादसा हो गया। हादसे में चार लोगों के मरने की सूचना है। पुलिस और प्रशासन की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। मरने वालों में एक महिला और दो पुरुष बताए जा रहे है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भीमताल बस हादसे को लेकर एक्स पर जानकारी शेयर की है। सीएम धामी ने लिखा है कि भीमताल के निकट बस के दुर्घटनाग्रस्त होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। स्थानीय प्रशासन को त्वरित राहत एवं बचाव कार्य के लिए निर्देशित किया है। बाबा केदार से सभी यात्रियों के सकुशल होने की कामना करता हूं। बता दें कि, आज ये दूसरा बड़ा हादसा है। सुबह ही बागेश्वर से देहरादून जा रही एक बस ऋषिकेश-देहरादून रोड पर सात मोड़ के पास अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बस में कुल 45 स्कूली छात्राएं थीं। सभी छात्राएं खेल महाकुंभ में भाग लेने दून जा रही थीं। ये इवेंट देहरादून महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में हो रहा है। एसडीआरएफ ने घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। हादसे का कारण ड्राइवर का बस से नियंत्रण खोना बताया जा रहा है।
बता दें कि इसी साल 2024 में चार नवंबर को उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में भी बड़ा हादसा हो गया था। इस हादसे में 38 लोगों की मौत हुई थी। पौड़ी गढ़वाल जिले से रामनगर आ रही प्राइवेट बस अल्मोड़ा जिले से मार्चुला में खाई में गिर गई थी। इस हादसे में 36 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। वहीं दो लोगों की बाद में उपचार के दौरान मौत हुई थी। इस घटना के बाद सरकार ने पुलिस और परिवहन विभाग के कई अधिकारियों पर कार्रवाई की थी। अल्मोड़ा बस हादसे का कारण ओवरलोडिंग और ड्राइवर की लापरवाही बताया जा रहा है।
गुजरात से आए परिवार के दो बच्चे स्नान करते हुए गंगा में डूबे, मौत
भाई-बहन की मौत से परिवार बेहाल व गमगीन हुए श्रद्धालु
हरिद्वार। गंगा स्नान के दौरान गुजरात से हरिद्वार पहुंचे एक श्रद्धालु परिवार के साथ बड़ा हादसा हो गया। इस परिवार के दो बच्चों की गंगा में डूबने से मौत हो गई। यह हृदयविदारक हादसा बुधवार सुबह उत्तरी हरिद्वार के संतमत घाट पर हुआ। हादसे के बाद परिवार के सदस्यों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे।
गुजरात के तापी जिले के वलोड थाना अंतर्गत बाजीपुरा गांव निवासी विपुल भाई पवार अपने परिवार के साथ गंगा दर्शन और स्नान के लिए हरिद्वार पहुंचे थे। बुधवार सुबह लगभग 10ः00 बजे पूरा परिवार उत्तरी हरिद्वार के परमार्थ घाट के पास संतमत घाट पर गंगा स्नान कर रहा था।
स्नान के दौरान विपुल भाई की 13 वर्षीय बेटी प्रत्यूषा और 6 वर्षीय बेटा दर्श अचानक गंगा की तेज धारा में बहने लगे। परिजन और घाट पर मौजूद अन्य श्रद्धालु बच्चों को बचाने के लिए दौड़े, लेकिन तेज बहाव और गहरे पानी के कारण उन्हें बचाने में असफल रहे। देखते ही देखते दोनों बच्चे गंगा की लहरों में आंखों से ओझल हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही सप्तऋषि पुलिस चौकी से पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जल पुलिस और गोताखोरों की मदद से बच्चों को तलाश किया गया। कुछ ही देर बाद दोनों को ठोकर नंबर 13 के पास पानी से बेसुध हालत में बाहर निकाला गया। तत्काल 108 एंबुलेंस की सहायता से दोनों को हरिद्वार जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
हरिद्वार एसपी सिटी पंकज गैरोला ने बताया कि हादसे के समय परिवार मौके पर मौजूद था। परिजन बच्चों को डूबते देख घबरा गए और उन्हें बचाने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रखवा दिया गया है। घटना के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मासूम बच्चों की असमय मौत ने घाट पर मौजूद अन्य श्रद्धालुओं को भी गमगीन कर दिया।
नगर पालिका व नगर पंचायत निर्वाचन की अधिसूचना जारी
क्रीड़ा भवन अगस्त्यमुनि, विकास खंड ऊखीमठ व राजकीय इंटर कॉलेज गुप्तकाशी में होगी मतगणना
रुद्रप्रयाग। नगर निकाय निर्वाचन के लिये अधिसूचना जारी होने के बाद जिला मजिस्ट्रेट व जिला निर्वाचन अधिकारी ने जनपद के अंतर्गत नगर पालिका परिषद सहित नगर पंचायत के अध्यक्ष व सभासदों के निर्वाचन के लिये समय-सारणी जारी की है। साथ ही सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक तैयारियों सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
प्रभारी जिला मजिस्ट्रेट व जिला निर्वाचन अधिकारी श्याम सिंह राणा ने बताया कि जनपद के अंतर्गत एक नगर पालिका सहित चार नगर पंचायतों में होने वाले निर्वाचन के लिये अधिसूचना जारी कर दी गई है, जिसके अनुसार 27 दिसंबर से 30 दिसंबर तक नाम निर्देशन पत्र प्राप्त किए जा सकेंगे। नाम निर्देशन पत्रों की जांच 31 दिसंबर से 1 जनवरी तक की जाएगी। उन्होंने बताया कि 2 जनवरी को नाम निर्देशन पत्रों की वापसी की तिथि निर्धारित की गई है। इसके बाद 3 जनवरी को प्रत्याशियों को निर्वाचक प्रतीक आवंटित किए जाएंगे, जबकि मतदान की तिथि 23 जनवरी प्रातः 8 बजे से सायं 5 बजे तक रहेगी। 25 जनवरी को मतगणना की जाएगी। उन्होंने बताया कि नगर पालिका परिषद रुद्रप्रयाग एवं नगर पंचायत तिलवाड़ा के लिये नामांकन स्थल तहसील रुद्रप्रयाग, नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के लिए विकास खंड अगस्त्यमुनि, नगर पंचायत ऊखीमठ के लिये तहसील ऊखीमठ एवं नगर पंचायत गुप्तकाशी के लिये विकासखंड कार्यालय ऊखीमठ में नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि नगर पालिका परिषद रुद्रप्रयाग, नगर पंचायत तिलवाड़ा एवं अगस्त्यमुनि की मतगणना क्रीड़ा भवन अगस्त्यमुनि में की जाएगी तथा नगर पंचायत ऊखीमठ की विकासखंड ऊखीमठ में जबकि नगर पंचायत गुप्तकाशी की मतगणना राजकीय इंटर कॉलेज गुप्तकाशी में की जाएगी। बताया कि चुनाव के दृष्टिगत सभी संबंधित अधिकारियों-कर्मियों को चुनाव के संबंध में चाक-चौबंद व्यवस्था रखने के आदेश दिए गए हैं।
जनपद में फैली समस्याओं के निराकरण का प्रयास करेगी रुद्रप्रयाग विकास संघर्ष समिति
अवैध रूप से घर-घर पहुंच रही शराब के खिलाफ उठाई जाएगी आवाज
रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग विकास संघर्ष समिति जनपद में फैली समस्याओं के निराकरण के लिए कार्य करेगी। यदि समस्याओं को दूर नहीं किया गया तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा। समिति का पहला प्रयास रहेगा कि गांव-गांव में अवैध तरीके से पहुंच रही शराब पर रोक लगे। साथ ही जनपद में अवैध तरीके से जगह-जगह हो रहा खनन बंद हो। इतना ही नहीं समिति स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी कार्य करेगी।
जिला मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान रुद्रप्रयाग विकास संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक त्रिभुवन सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश भर में हो रही लूट खसूट से परेशान होकर अब स्थानीय युवाओं ने कमान अपने हाथों में थामी है। रुद्रप्रयाग नशा मुक्त हो, अवैध खनन मुक्त हो, सड़कों की जो अव्यवस्थाएं हैं वह दुरुस्त हों और शिक्षा की अव्यवस्थाओं को शीघ्र दूर किया जाए। उन्होंने बताया कि नशा मुक्ति रुद्रप्रयाग के अंतर्गत अब जिले के अलग-अलग कस्बों में अभियान के तहत कार्यवाही की जाएगी और बड़े चरण के आंदोलन किए जाएंगे। जगह-जगह फुटकर में हर जगह शराब मिल रही है, उस पर लगाम लगानी अति आवश्यक है। इससे युवाओं का भविष्य अधर में लटक रहा है। गांव गांव में जो शराब की अवैध खेप पहुंचाई जा रही है वह सरकार की शिथिलता का प्रमाण है। सरकार 4400 करोड़ के राजस्व प्राप्ति के लिए खुलेआम गांव-गांव में शराब पहुंचाने का कार्य कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि अवैध खनन वालों की मनमानी चल रही है और जगह-जगह अवैध खनन प्रदेश में हो रहा है, जिससे रुद्रप्रयाग जिला भी अछूता नहीं है। चन्द्रापुरी भीरी, तिलवाड़ा, रुद्रप्रयाग जहां-जहां भी अवैध पटटो पर अवैध खनन हो रहा है, उन पर लगाम लगाने के लिए रुद्रप्रयाग संघर्ष समिति उग्र आंदोलन करने का विचार कर रही है। स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा को लेकर अगर व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं की गई तो संघर्ष समिति फिर आंदोलन करने पर मजबूर होगी। संघर्ष समिति के अगस्त्यमुनि ब्लॉक संयोजक ताजबर सिंह बिष्ट ने बताया की ग्रामीण और नगर क्षेत्र में अव्यवस्थाएं फैली हुई हैं, जिसके लिए समिति मुखरता से काम करेगी। तल्ला नागपुर ब्लॉक से सुदर्शन सिंह नेगी ने बताया की तल्ला नागपुर क्षेत्र को हमेशा से ही उपेक्षित रखा गया है और अगर वहां शीघ्रता से कार्य संपन्न नहीं हुए तो रुद्रप्रयाग विकास संघर्ष समिति आंदोलन करने पर बाध्य होगी। फाटा मंडल संयोजक विष्णु जोशी ने बताया चार धाम यात्रा के मुख्य पड़ाव केदारनाथ धाम में जो व्यवस्थाएं विगत वर्षों से देखी गई है अगर वह पूर्णतः सुदृढ़ नहीं की जाती तो आंदोलन केदारघाटी में भी लगातार होगा। कालीमठ ब्लॉक संयोजक प्रमोद सिंह राणा ने बताया की कालीमठ घाटी को उपेक्षित रखा गया है और मां काली का आशीर्वाद प्राप्त कर तमाम राष्ट्रीय दल सरकार बनाने के बाद क्षेत्र के विकास के वादे भूल जाते हैं, अगर उन्होंने कालीमठ घाटी पर ध्यान नहीं दिया तो रुद्रप्रयाग संघर्ष समिति मुखरता से कालीमठ घाटी को एकत्रित कर आंदोलन करेगी। इस मौके पर जीत सिंह नेगी, प्रदेश सह संयोजक विष्णुदत्त जोशी, अगस्त्यमुनि ब्लॉक ग्रामीण संयोजक ताजबर सिंह बिष्ट, अगस्त्यमुनि ब्लॉक नगर संयोजक रोहित रावत, गुप्तकाशी संयोजक हर्षवर्धन चौहान, कालीमठ संयोजक प्रमोद राणा, भीरी संयोजक यशबीर सिंह बिष्ट, रुद्रप्रयाग संयोजक हरिऔध बगवाडी, रमेश उनियाल, केतन रावत आदि मौजूद रहे।