देहरादून। नगर में बीते माह बदमाशों के हमले में गंभीर रूप से घायल आइडीबीआइ बैंक एटीएम के गार्ड की बुधवार देर रात मौत हो गई। उसका महंत इंदिरेश अस्पताल में पिछले 26 दिन से इलाज चल रहा था। पुलिस ने गुरुवार को पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि हमले के आरोपियों के खिलाफ दर्ज मुकदमे में अब हत्या की धारा भी तरमीम कर दी जाएगी।
बता दें कि बीते दो दिसंबर की रात सहारनपुर चौक पर शिवाजी धर्मशाला के ठीक सामने स्थित आइडीबीआइ बैंक के एटीएम में लूट के इरादे से एक बदमाश घुस आया था। बदमाश ने एटीएम तोड़ने से पहले वहां मौजूद गार्ड राजेंद्र निवासी श्रीदेव सुमननगर थाना वसंत विहार पर हथौड़े से ताबड़तोड़ कई वार कर दिए। हमले के बाद राजेंद्र अचेत होकर वहीं गिर पड़ा। बदमाश ने इसके बाद एटीएम तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन नाकाम रहा। इसके बाद बदमाश वहां से फरार हो गया।
गार्ड जब दूसरे दिन ड्यूटी से घर नहीं पहुंचा तो उसके बेटे मनोज और सुधीर पिता को खोजते हुए एटीएम पर पहुंचे, वहां देखा कि राजेंद्र जमीन पर लहूलुहान पड़े हुए हैं। एटीएम कक्ष का फर्श खून से सना हुआ था। आसपास के लोगों की मदद से राजेंद्र को महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका तीन बार ऑपरेशन हुआ, लेकिन सिर और चेहरे पर आई गहरी चोटों की वजह से उसे बचाया नहीं जा सका।
बुधवार देर रात उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। उधर, बीते 11 दिसंबर को पुलिस ने एटीएम में गार्ड पर हमला करने वाले बदमाश और उसके साथी को पटेलनगर से गिरफ्तार कर लिया था। जिनकी पहचान आमिर पुत्र मो. याकूब निवासी मोहल्ला जाटन कोतवाली बिजनौर और तसलीम पुत्र इशलामुद्दीन निवासी मोहल्ला सैय्यदवाड़ा नगीना बिजनौर हाल पता देहराखास देहरादून के रूप में हुई थी, दोनों फिलहाल जेल में हैं। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करा दिया गया है।
रिपोर्ट मिलने के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उनके अनुसार मामले में दर्ज मुकदमे में हत्या और अन्य धाराएं तरमीम कर दी जाएंगी। राजेंद्र की मौत के बाद उसके घर में कोहराम मच गया। पत्नी ऊषा देवी और बेटों मनोज और सुधीर का रो-रोकर बुरा हाल है। गुरुवार को राजेंद्र की मौत की खबर मिलते ही नाते-रिश्तेदारों और परिचितों का उनके घर पर जमावड़ा लग गया।