रामनगर(नैनीताल): कॉर्बेट प्रशासन के लिए एक टस्कर हाथी इन दिनों सिरदर्द बना हुआ है। उसके डर से कॉर्बेट के ढिकाला पर्यटन जोन में हाथी सफारी बंद कर दी गई है। टस्कर पर्यटकों को घुमाने वाली दो हथिनियों को घायल कर चुका है। उधर महावत नहीं होने के कारण बिजरानी जोन में भी हाथी सफारी बंद है।
ढिकाला व बिजरानी में रात्रि विश्राम के लिए जाने वाले पर्यटक कॉर्बेट की पालतू हथिनी में बैठकर सफारी का आनंद लेते हैं। ढिकाला में चार हथिनी थीं। जिसमें से दो को खिनानौली में गश्त के लिए भेजा गया है। ढिकाला में शेष बची दो हथिनियों पर एक जंगली टस्कर हमला कर चुका है।
इसको देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से कॉर्बेट प्रशासन ने ढिकाला जोन में हाथी सफारी बंद करने का फैसला लिया है। इसके अलावा बिजरानी पर्यटन जोन में भी दो हथिनी पर्यटकों की सफारी के लिए रखी गई हैं। पिछले दिनों अलबेली हथिनी के महावत की मौत हो गई, जबकि आशा नाम की हथिनी का महावत भी बीमार है।
ऐसे में हथिनियों के लिए नए महावत की तलाश चल रही है। नए महावतों को हथिनियों के साथ सामंजस्य बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि पर्यटकों को सफारी के दौरान कोई खतरा न हो, तब तक बिजरानी जोन में भी हाथी सफारी बंद रहेगी।