देहरादून। साल 2018 का पहला चंद्र ग्रहण जनवरी को माघ माह की पूर्णिमा के दिन दिखाई देगा। लेकिन इस दिन आपको जरा संभलकर रहना होगा।ज्योतिषाचार्य डा. ओमप्रकाश सती के अनुसार पहला चंद्र ग्रहण 31 जनवरी को दिखाई देगा। पहला चंद्र ग्रहण पुष्य, अश्लेषा नक्षत्र एवं कर्क राशि में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को बुधवार के दिन होगा। ये एक पूर्ण चंद्र ग्रहण है। ग्रहण की काली छाया शाम 5.28 बजे चंद्रमा को स्पर्श पर लेगी। इसके बाद 6.22 बजे खग्रास काल प्रारंभ होगा, जो ग्रहण के मोक्ष काल 8.41 बजे तक रहेगा। ग्रहण 3 घंटे 13 मिनट का रहेगा और दुर्लभ नजारा देखने को मिलेगा। ये ‘ब्ल्यू मून’ कहलाता है और 150 साल से ज्यादा समय के बाद दिखाई दे रहा है। प्रथम चंद्र ग्रहण के छह महीने बाद दूसरा चंद्र ग्रहण 27 जुलाई को पड़ेगा। ये भी पूर्ण ग्रहण होगा। इसकी अवधि करीब साढ़े तीन घंटे की रहेगी, जो 27 जुलाई की रात 23:54 बजे से प्रारंभ होकर 28 जुलाई की सुबह 03:48: बजे तक चलेगी। ग्रहण के समय अशुभ राशि वालों, रोगी एवं गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण नहीं देखना चाहिए। इस दौरान ईश्वर आराधना, मंत्र जाप, संकीर्तन आदि करने से लाभ मिलता है। पर्व काल के दौरान भोजन करना, भोजन पकाना, सोना नहीं चाहिए। ग्रहण प्रारंभ होने के पूर्व खाने-पीने की वस्तुएं, पके भोजन, दूध, दही, घी, मक्खन, अचार, पानी, आदि में कुश या तुलसी डाल देनी चाहिए। इससे ये खाद्य पदार्थ दूषित नहीं होते हैं। इस दौरान सब्जी काटना, सीना-पिरोना आदि से बचना चाहिए। बुधवार पूर्णिमा और कर्क राशि पर ग्रहण होने से अच्छी बारिश के योग बनेंगे। साधु, संतों, पंडित, शिक्षार्थी, बुजुर्ग व्यक्ति के लिए कष्टकारी रहेगा। सोना-चांदी, पीतल, गुड़, चीनी, गेहूं में तेजी का रूख होगा। वहीं अराजकता, भूकंप, जातिगत आंदोलन होने की आशंका बन रही है।