लखनऊ,प्रीत तिवारी। प्रदेश की राजधानी की वीआईपी सड़कों पर छह जनवरी को आलू फेंकने के दौरान अगर पुलिस का विरोध होता तो फिर कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती थी। कन्नौज से समाजवादी पार्टी के नेता बड़ी तैयारी के साथ आए थे।
आलू कांड में पकड़े गए पिकअप चालक संतोष पाल ने कल पुलिस की पूछताछ में कई बड़े सनसनीखेज रहस्योद्घाटन किए हैं। संतोष का कहना है कि उसे इस बात की बिल्कुल भनक नहीं थी कि आरोपित आलू लेकर लखनऊ क्यों जा रहे हैं। फरार आरोपित संदीप उर्फ रिक्की यादव ने उसे बताया था कि लखनऊ के लाल बहादुर शास्त्री मार्ग पर एक पार्टी के कार्यालय पर खिचड़ी भोज का आयोजन किया गया है। बकौल संतोष, सभी आरोपित असलहों से लैस थे और पुलिस के उनको पकडऩे अथवा विरोध करने पर उन्होंने यहां पर कानून व्यवस्था बिगाडऩे की तैयारी कर रखी थी। सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र का कहना है कि इस मामले में सात जनवरी को ही हजरतगंज कोतवाली में एफआइआर दर्ज कर ली गई थी। हजरतगंज कोतवाली में पूछताछ के दौरान संतोष ने बताया कि खराब गुणवत्ता के आलू गाड़ी में लादने पर उसने आरोपितों को टोका था और अच्छे आलू खरीदने की सलाह दी थी। इस पर आरोपितों ने उससे कहा था कि खिचड़ी भोज में हलवाई ने पुराने आलू ही खरीदने को बोला है, इससे खाने में स्वाद आएगा।