पहली स्पर्श सेनेटरी नैपकिन यूनिट का मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया शुभारंभ

रुद्रपुर : महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले में शुरू की गई स्पर्श सेनेटरी नैपकिन यूनिट महिलाओं के प्रति जहां सोच बदलने में मददगार होगी। वहीं यह तमाम बीमारियों से भी उन्हें दूर रखेगा। इस तरह की यूनिट एक माह के भीतर ही प्रदेश के सभी जिलों में शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए सरकार एक करोड़ की राशि सहयोग के रूप में देगी। सरकार का प्रयास है कि पूरे प्रदेश में बालिकाओं का बालकों की तुलना में कम लिंगानुपात अविलंब दूर हो सके।

वेदांता समूह के सहयोग से ब्लॉक कार्यालय में स्थापित प्रदेश की पहली स्पर्श सेनेटरी नैपकिन यूनिट का प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम ने कहा कि प्रदेश में इस तरह की यूनिट खोलने की सोच महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य की ही देन है। उन्होंने बालिकाओं को महिलाओं की माहवारी जैसी समस्या के प्रति अपनी सोच बदलने के लिए प्रेरित किया। बोले कि बाजार की तुलना में सस्ते नैपकिन मिलने पर महिलाओं खासकर बालिकाओं में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।

उन्होंने बताया कि बागेश्वर में भी इस तरह की यूनिट तैयार हो चुकी है। जल्द ही प्रदेश के प्रत्येक जनपद में ऐसी इकाई चालू की जाएंगी। इसके लिए सरकार फौरी मदद के लिए एक करोड़ की राशि जारी कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार बेटियों की सुरक्षा को लेकर जागरूक है। जब उनकी सरकार सत्ता में आई, बेटों की तुलना में बेटियों का लिंगानुपात काफी कम था। पिथौरागढ़ जैसे जनपद में एक हजार बेटों की तुलना में बेटियों की संख्या 813 थी। सरकार ने बेटी बचाओ को अभियान के रूप में लिया। बीते दस माह के प्रयास में इसमें काफी सुधार हुआ है। आज उत्तरकाशी व बागेश्वर में बेटियां की संख्या बेटों की तुलना में अधिक हो चुकी है।

प्रतिदिन 10 हजार नैपकिन बनेंगे 

कार्यक्रम में महिला कल्याण एवं बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि इस यूनिट में सीएसआर के माध्यम से महिलाओं के लिए महिलाओं द्वारा ही सैनेटरी नैपकिन बनाई जाएंगी। बताया कि इस यूनिट में प्रतिदिन ऐसे दस हजार नैपकिन का निर्माण किया जाएगा। एक पैकेट में सात पैड 21 रुपये में दिए जाएंगे।

कांग्रेसियों ने किया सीएम का विरोध 

नजूल नीति के खिलाफ कांग्रेसियों ने डीडी चौक और गल्ला मंडी में काले झंडे दिखा मुख्यमंत्री का विरोध किया। पुलिस ने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलकराज बेहड़ समेत करीब 300 कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन में बने अस्थायी जेल पहुंचाया। देर शाम सीएम के लौटने के बाद सभी को रिहा कर दिया गया। मुख्यमंत्री के विरोध के लिए कांग्रेसियों ने काले झंडे और गुब्बारे साथ रखे थे। पुलिस ने उनसे काले झंडे तो छीन लिए। जब वह काले गुब्बारे छीनने लगी तो कांग्रेसियों ने विरोध स्वरूप उन्हें उड़ा दिया। यही नहीं कार्यक्रम स्थल के आस-पास कुछ घरों से भी काले गुब्बारे उड़ाए गए।

पुराने मुख्यमंत्रियों पर तंज कसे 

घोषणाएं ही घोषणाएं। 17 साल के राज्य में जितने भी मुख्यमंत्री आए, इतनी घोषणाएं कर दी कि पूरी करना किसी के लिए भी असंभव हो गया। नौबत यह हो गई कि लोगों का जनप्रतिनिधियों के प्रति विश्वास ही कम हो गया है। अब इस हकीकत को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत महसूस करने लगे हैं। उन्होंने रविवार को हल्द्वानी में सैनिक सम्मेलन में पुराने मुख्यमंत्रियों के नाम तो नहीं लिए, लेकिन उनकी बेहिसाब घोषणाओं पर तंज जरूर कसा। सीएम त्रिवेंद्र ने यहां तक कह दिया कि पूर्व मुख्यमंत्रियों ने छह-छह हजार घोषणाएं कर डाली थी, जो विलुप्त हो रही हैं। सीएम ने कहा कि लोग कहने लगे हैं कि नेता झूठ बोलते हैं। ऐसा इसलिए कि घोषणाएं पूरी ही नहीं हुई। मैं इस तरह की राजनीतिक प्रवृत्ति पर ही रोक लगा देना चाहता हूं।

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