देहरादून: अंतरराष्ट्रीय महिला फुटबालर अनीता रावत महिलाओं की प्रोफेशन फुटबाल लीग में दमखम दिखाती नजर आएंगी। केरल के गोकुलम एफसी ने अनीता के साथ लीग के फाइनल राउंड के लिए करार किया है। वह इस प्रोफेशनल लीग में खेलने वाली सूबे की एकमात्र महिला फुटबालर हैं।
मोहकमपुर की रहने वाली 22 वर्षीय अनीता ने 10 साल की उम्र से फुटबाल खेलना शुरू किया। साल 2007 में महेंद्रा ग्राउंड गढ़ीकैंट में विजयकैंट क्लब के समर कैंप से खेल शुरू करने वाली अनीता ने कोच रतन थापा व बुद्धिमान थापा से खेल की बरीकियां सीखीं। जल्द ही उन्होंने अपनी मेहनत और लगन की बदौलत खेल में अपना जलवा दिखाना शुरू कर दिया।
अनीता ने बताया कि लीग के क्वालिफाइंग राउंड में यूनाइटेड वॉरियर्स के लिये खेलते हुए उन्होंने छह मैच में 10 गोल दागे, लेकिन उनकी टीम फाइनल में नहीं पहुंच सकी।
उन्होंने बताया कि उनके खेल से प्रभावित होकर ही फाइनल राउंड में पहुंची गोकुलम एफसी ने उनसे संपर्क कर करार किया। 25 मार्च से शिलांग में लीग के फाइनल राउंड के मुकाबले शुरू होंगे।
अनीता के पिता बिमल सिंह रावत पूर्व में आर्मी के लिए खेलते थे। उन्हें देखकर ही खेलने की भावना जागी। गौरतलब है कि अनीता इससे पहले अंडर-16 और अंडर-19 एएफसी चैलेंज कप में भारतीय महिला फुटबाल टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
2011 में हुए एसजीएफआइ नेशनल बालिका फुटबॉल में अनीता को तीन अवार्ड मिले, 2013 में उन्होंने दिल्ली के गढ़वाल हीरोज क्लब से प्रोफेशनल फुटबाल की शुरुआत की। पिछले साल ही उन्हें इंडियन वुमेन लीग से जुडऩे का मौका मिला। वह शुक्रवार को दिल्ली से केरल के लिए रवाना हो चुकी हैं।