रुद्रपुर: एनएच-74 मुआवजा घोटाला 240 करोड़ तक पहुंच सकता है। 12 आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के बाद एसआइटी 211 करोड़ से अधिक के घोटाले की पुष्टि कर चुकी है। अभी रुद्रपुर, गदरपुर और किच्छा तहसील के साथ ही बाजपुर के कुछ मामलों की की जांच जारी है।
मार्च 2017 में तत्कालीन आयुक्त कुमाऊं ने एनएच-74 मुआवजा घोटाले की आशंका जताई। इस पर 11 मार्च को एडीएम प्रताप सिंह शाह की तहरीर पर सिडकुल चौकी में केस दर्ज हुआ था। इसके बाद एसआइटी का गठन कर जांच शुरू की गई। तब से एसआइटी जसपुर, बाजपुर, काशीपुर, रुद्रपुर, गदरपुर, सितारगंज, किच्छा तहसील के 345 से अधिक काश्तकारों से पूछताछ कर चार पीसीएस अधिकारी समेत 18 आरोपितों को जेल भेज चुकी है।
साथ ही दो पीसीएस समेत 12 आरोपितों के खिलाफ 5804 पन्नों का आरोप पत्र दाखिल कर 211 करोड़ रुपये के घोटाले की पुष्टि कर चुकी है। एसआइटी सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में रुद्रपुर, गदरपुर, किच्छा तहसील के साथ ही बाजपुर तहसील के कुछ मामलों की जांच जारी है। जांच के बाद अब तक पकड़ में आया 211 करोड़ रुपये का घोटाला बढ़ सकता है। सूत्रों की मानें तो एनएच-74 मुआवजा घोटाला 240 करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है।
पांच अप्रैल तक दाखिल होगी चार्जशीट
एनएच मुआवजा घोटाले में एसआइटी दो फरवरी को दो पीसीएस समेत 12 अधिकारी, कर्मचारी और काश्तकारों पर चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। जबकि दो पीसीएस समेत छह आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल होनी है। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है।
एसएसपी डॉ. सदानंद दाते ने एसआइटी अधिकारियों की बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। माना जा रहा है कि इस एसआइटी पांच अप्रैल तक शेष आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर सकती है।