हरिद्वार: मंसा देवी मंदिर परिसर में धूमपान करने वालों पर अब शिकंजा कसा जाएगा। परिसर में धूमपान और तंबाकू वर्जित करते हुए जुर्माने का प्रावधान किया जा रहा है। मंदिर की व्यवस्थाओं का संचालन करने वाले मंसा देवी मंदिर ट्रस्ट की बैठक में यह निर्णय लिया गया। तय हुआ कि मंदिर का कोई पुजारी या कर्मचारी भी गुटखा व तंबाकू खाकर अंदर नहीं आएगा। साथ ही, अगले 10 दिन में पुजारी और कर्मचारी ड्रेस में नजर आएंगे।
गंगा दर्शन के लिए हरिद्वार आने वाले श्रद्धालु अपनी मन्नतें मांगने पौराणिक मंसा देवी मंदिर जाते हैं। सोमवार को मंसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी की अध्यक्षता में सोमवार को एक बैठक हुई। जिसमे महंत रविंद्र पुरी ने ट्रस्टियों से कहा कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा जाए। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में धूमपान पूर्णत: वर्जित रहेगा, नहीं तो जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुजारी गुटखा और तंबाकू इत्यादि खाकर मंदिर में नहीं बैठेंगे।
मंदिर में तैनात ब्राह्मण, पुजारी मंत्रोच्चार और तिलक के साथ तीर्थ यात्रियों को प्रसाद बांटेंगे। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में पॉलीथिन पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। साथ ही, मंदिर परिसर और आसपास की पहाड़ियों पर पसरी गंदगी की सफाई कराई जाएगी। मंदिर में सफाई व्यस्था को दुरुस्त कराया जाएगा। लाइन में खड़े यात्रियों की सुविधा के लिए कूलर ओर पंखे लगवाए जाएंगे।
बैठक में मंसा देवी मंदिर को उत्तराखंड का भव्य मंदिर बनाने का संकल्प लिया गया। महंत रविंद्र पुरी ने बताया कि ट्रस्ट जल्द ही गौशाला का निर्माण कराएगा। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में तीर्थ यात्रियों की सुख सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्हें उचित मूल्य पर पूजा सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। इस अवसर पर मंदिर परिसर में सभी ट्रस्टियों, पुजारी, कर्मचारियो को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई। मंदिर परिसर का निरीक्षण करते हुए महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार कतई सहन नहीं किया जाएगा।