देहरादून: सरकारी महकमों के कामकाज का तौर-तरीका भी निराला है। तैयारी चल रही है अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों की मेजबानी की, लेकिन जिस स्टेडियम में दूधिया रोशनी में मैच होने हैं, वहां के बिजली के कनेक्शन का अता-पता ही नहीं।
प्रैक्टिस मैचों के लिए अफगानिस्तान की क्रिकेट टीम के पहुंचने की सुगबुगाहट हुई तो आयोजकों को ऊर्जा निगम की 62 लाख की देनदारी के चलते स्टेडियम का बिजली का कनेक्शन दो महीने से कटा होने का पता चला। फिर क्या, ‘मरता क्या न करता’ वाले अंदाज में गुरुवार को खेल विभाग ने लिखा-पढ़ी शुरू की। देर शाम खेल विभाग से महीनेभर में उधारी चुकाने का लिखित भरोसा मिलने पर ऊर्जा निगम कनेक्शन जोड़ने को राजी हुआ।
शहर से करीब दस किलोमीटर दूर स्थित राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में अगले महीने अफगानिस्तान और बांग्लादेश के बीच टी-20 क्रिकेट मैच की सीरीज होनी है। आइसीसी के घोषित कार्यक्रम के मुताबिक तीन जून से शुरू होने वाली इस सीरीज के सभी मैच डे-नाइट खेले जाने हैं। इससे पहले अफगानिस्तान की टीम को 20 मई से यहां प्रैक्टिस मैच खेलने हैं।
चूंकि, उत्तराखंड के किसी भी क्रिकेट संघ को अभी तक बीसीसीआइ से मान्यता नहीं मिली है, लिहाजा यहां राज्य खेल मंत्रालय सीधे तौर पर इस आयोजन से जुड़ा हुआ है। पिछले काफी दिनों से इसको लेकर तैयारियां चल रही हैं। खेल मंत्री अरविंद पांडे खुद इसमें दिलचस्पी ले रहे हैं। अधिकारियों के साथ वह इस मसले पर कई दौर की बैठकें कर चुके हैं।
इसके बावजूद हैरान करने वाला पहलू यह कि स्टेडियम के बिजली के कनेक्शन को लेकर आयोजक और खेल विभाग अभी तक अनजान थे। गुजरे एक साल की 62 लाख रुपये की देनदारी के कारण मार्च में ऊर्जा निगम ने स्टेडियम का बिजली का कनेक्शन काट दिया था।
स्टेडियम में मेजबानी की तैयारियों में जुटे कारिंदों के बीच गुरुवार दोपहर इसको लेकर कानाफूसी हुई तो कनेक्शन कटे होने का पता चला। कुछ ही देर में यह बात सत्ता के गलियारों तक जा पहुंची और शासन भी हरकत में आ गया।
अपर सचिव स्तर के एक अधिकारी ने ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक को फोन करके स्टेडियम का बिजली कनेक्शन जोड़ने के निर्देश दे डाले। निगम ने उन्हें बताया कि स्टेडियम में एक साल के दरम्यान खर्च बिजली का बिल भुगतान के करने के लिए कई बार नोटिस भेज गए, लेकिन भुगतान नहीं किया गया। कहा जा रहा है कि जो कंपनी स्टेडियम के निर्माण कार्यों को करा रही थी, वही इसका भुगतान करेगी। इसी विवाद में भुगतान लंबित है।
इधर, मामला तूल पकड़ता देख स्टेडियम के संचालन का जिम्मा संभाल रही सोसायटी ने अपराह्न ऊर्जा निगम को एक पत्र सौंपकर दस दिन के भीतर बकाया बिल भुगतान करने का भरोसा दिलाया। यही नहीं, खेल विभाग ने भी निगम को भुगतान जल्द से जल्द करवाने को आश्वस्त किया। इसी के बाद ऊर्जा निगम कनेक्शन जोडऩे पर सहमत हुआ। तब जाकर आयोजकों ने राहत की सांस ली।
ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता एवं प्रवक्ता एके सिंह के मुताबिक सोसायटी का पत्र मिलने के बाद क्रिकेट स्टेडियम का मार्च में काटा गया बिजली कनेक्शन जोड़ दिया गया है। सोसायटी ने बिल भुगतान के लिये दस दिन का समय मांगा है।
वहीं, खेल मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि मसले का हल निकाल लिया गया है, ऊर्जा निगम को एक महीने के भीतर बकाया विद्युत बिल का भुगतान कर दिया जाएगा। खेल विभाग को इस संबंध में निर्देश दे दिए गए हैं। ये है शेड्यूल
प्रैक्टिस मैच- 20 मई से
पहला टी-20- तीन जून
दूसरा टी-20- पांच जून
तीसरा टी-20- सात जून
मैदान की दर्शक क्षमता-25000