प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एशिया की सबसे बड़ी सुरंग का किया शिलान्यास

नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एशिया की सबसे बड़ी सुरंग का शिलान्यास किया। पीएम ने श्रीनगर-करगिल और लेह के बीच सभी मौसमों में संपर्क मुहैया कराने वाली जोजिला सुरंग की आधारशिला रखी। ये सुरंग करीब 6,800 करोड़ रुपये की लागत से बनेगी, जो एशिया की सबसे लंबी दो तरफा यातायात सुविधा वाली सुरंग होगी।

सुरंग से 3.5 घंटे का समय महज 15 मिनट हो जाएगा
रणनीतिक तौर पर टू-लेन जोजिला सुरंग परियोजना सेना के लिए यह सुरंग काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। 14.2 किमी लंबी इस सुरंग के निर्माण पर करीब 6,800 करोड़ की लागत आएगी। परियोजना को पूरा करने के लिए सात वर्ष का लक्ष्य तय किया गया है। इस सुरंग के बनने से श्रीनगर, कारगिल और लेह के बीच सभी मौसम में संपर्क बना रहेगा और जोजिला से गुजरने में लगने वाला वक्त 3.5 घंटे से घटकर सिर्फ 15 मिनट रह जाएगा। बता दें कि आमतौर पर सर्दियों के मौसम में बर्फबारी व हिमस्खलन के चलते श्रीनगर व लेह-लद्दाख के बीच की कनेक्टिविटी ज्यादातर समय के लिए बाधित रहती है।

लेह में बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी यात्रा की शुरुआत लेह से की। पीएम लेह में 19वें लद्दाखी आध्यात्मिक गुरु कुशक बाकुला की 100वीं जयंती समारोह में शामिल हुए। पीएम मोदी ने यहां 19वें लद्दाखी आध्यात्मिक गुरु कुशक बाकुला को श्रद्धांजलि भी दी। लेह में पीएम ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर को विकास परियोजनाओं के लिए 25,000 करोड़ रुपये मिले हैं। इन परियोजनाओं का दूसरे राज्य के लोगों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘पूरे जम्मू-कश्मीर राज्य में कृषि विकास के लिए अपार संभावनाएं हैं। बात जब संपूर्ण स्वास्थ्य के क्षेत्र में मदद करने की हो तो यह राज्य एक अहम भूमिका अदा कर सकता है।’ श्रीनगर से 450 किलोमीटर उत्तर में स्थित लेह में मोदी इससे पहले 12 अगस्त 2014 को आए थे और तब उन्होंने एक जल विद्युत परियोजना का शुभारंभ किया था।

देश को समर्पित किशनगंगा हाइड्रोपावर स्टेशन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर के किशनगंगा हाइड्रोपावर स्टेशन को देश को समर्पित किया। इस मौके पर राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी मौजूद रही। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हमारी सरकार इकोसिस्टम के लिए काम कर रही है, जो पर्यटन के विकास के लिए आवश्यक है। मजबूत इकोसिस्टम से जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। इससे प्रदेश के युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।’

वहीं, पीएम ने पत्थरबाजों और आतंकवाद के रास्ते में भटके युवाओं के लिए कहा, ‘शांति और स्थिरता के लिए कोई विकल्प नहीं है। मैं रास्ता भटके युवाओं से आग्रह करता हूं कि वे मुख्यधारा में लौट आएं। मुख्यधारा उनके माता-पिता और उनका परिवार है। मुख्यधारा जम्मू-कश्मीर के विकास में उनका योगदान है।’
वहीं, मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रमजान के महीने में एकतरफा सीजफायर की घोषणा के लिए पीएम का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री मोदी की आभारी हूं कि उन्होंने हमारे बारे में सोचा और रमजान के दौरान कश्मीर में एकतरफा सीजफायर की घोषणा की। हमें उम्मीद थी कि हमें पाक से भी यही प्रतिक्रिया मिलेगी, लेकिन दुर्भाग्यवश हमें यह नहीं मिला।

बता दें कि मोदी राज्य के तीनों क्षेत्रों जम्मू, कश्मीर व लद्दाख का दौरा करेंगे। उनके दौरे की शुरुआत लेह से हुई और श्रीनगर होते हुए जम्मू में यह दौरा संपन्न होगा। आतंकियों के खिलाफ एकतरफा संघर्ष विराम और सीमा पर पाकिस्तान की गोलाबारी के बीच प्रधानमंत्री का दौरा काफी अहम माना जा रहा है। पीएम के दौरे के मद्देनजर राज्य में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।

जम्मू रिंग रोड की भी आधारशिला रखेंगे

जम्मू में बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए प्रधानमंत्री यहां जम्मू रिंग रोड की भी आधारशिला रखेंगे। इसके तहत 58.25 किमी लंबी रिंग रोड बनाई जाएगी। फोर लेन की इस रिंग रोड की लागत 2,023 करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह पश्चिमी जम्मू के जागती को राया मोड़ से जोड़ेगी। जानकारी के मुताबिक इस रिंग रोड में आठ बड़े ब्रिज, 6 फ्लाइओवर, 2 टनल व 4 डक्ट का निर्माण किया जाएगा।

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