नई दिल्ली। कांग्रेसी नेताओं द्वारा तीन राज्यों में बसपा के साथ गठबंधन पर चली आ रहीं टिप्पणियों के बीच बसपा प्रमुख मायावती ने साफ कर दिया है कि अगर चुनाव में उसे सीटों की सम्मानित संख्या मिलेगी तभी वह गठबंधन में शामिल होंगी। बता दें कि राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस बाबत कांग्रेस समान विचार वाले राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन की कवायद कर रही है।
उधर, कुछ दिन पूर्व राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा था कि उनके राज्य में बसपा के साथ गठबंधन को लेकर किसी तरह की कोई बातचीत नहीं हुई है। उन्होंने साफ कर दिया है कि कांग्रेस 200 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। हालांकि उन्होंने माना है कि मध्य प्रदेश में बसपा के साथ गठबंधन पर बातचीत हुई है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को कड़ी चुनौती देने के लिए कांग्रेस ‘समान विचार वाली पार्टियों’ के साथ गठबंधन करने की कोशिश में है। कांग्रेस के मध्य प्रदेश प्रभारी और पार्टी महासचिव दीपक बाबरिया ने भी बसपा के साथ बातचीत होने की पुष्टि की है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इसको लेकर अभी किसी तरह की सहमति नहीं बनी है। मिली जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश में बसपा को 25 सीटें दीं जा सकतीं हैं।
यह माना जा रहा है कि 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए यूपी में सपा, बसपा और कांग्रेस का साथ चुनाव लड़ना अब लगभग तय है। हालांकि, सीट बंटवारे का फ़ॉर्मूला क्या होगा ये अभी भी साफ़ नहीं है और इस सीट शेयरिंग के फ़ॉर्मूले का असर मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों पर भी देखा जा सकता है। इन तीनों ही राज्यों में कांग्रेस गठबंधन कर बसपा को कुछ सीटों पर चुनाव लड़ा सकती है इसके बदले में यूपी में कांग्रेस को बसपा अपनी कुछ सीटें दें सकती है।