रुद्रपुर: प्रदेश के हाईप्रोफाइल एनएच 74 मुआवजा घोटाले में राडार पर आए दो आइएएस अफसरों से एसआइटी पूछताछ करेगी। शासन से मिली अनुमति के बाद एसआइटी में शामिल अधिकारी एक-दो दिन के भीतर देहरादून रवाना होंगे। जहां आइएएस अफसरों से पूछताछ की जा सकती है। वहीं, कांग्रेस के खातों को एसआइटी से क्लिन चिट मिलना तय माना जा रहा है।
एनएच 74 मुआवजा घोटाले की जांच अंतिम दौर में पहुंच चुकी है। अब तक एसआइटी घोटाले में पांच पीसीएस अधिकारियों समेत 22 लोगों को जेल भेज चुकी है। इसमें हाल ही में निलंबित एडीएम तीरथ पाल और प्रभारी तहसीलदार बेरीनाग रघुवीर सिंह को जेल भेजा है।
वहीं जांच के दौरान एसआइटी के सामने आर्बिट्रेशन के भी कुछ ऐसे मामले सामने आए, जिसमें गड़बड़झाले की बू आ रही थी। किसानों से पूछताछ के आधार पर एसआइटी ने जब सारे कागज खंगाले तो सब कुछ सामने आ गया। जांच में आर्बिट्रेशन में करीब 15 मामलों में अनियमतिता सामने आई।
इस पर एसआइटी ने आइएएस डॉ. पंकज पांडेय और चंद्रेश यादव के खिलाफ जांच रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेज दी थी। एसआइटी सूत्रों के मुताबिक अब शासन से आइएएस अफसरों से पूछताछ करने के आदेश मिल गए हैं। ऐसे में एसआइटी एक-दो दिन के भीतर देहरादून जाकर दोनों आइएएस अफसरों से पूछताछ कर उनका पक्ष जान सकती है।
चार किसानों के विदेश भागने पर अफसर सतर्क
एनएच-74 घोटाले में करोड़ों का मुआवजा लेकर विदेश भागने वाले चार किसानों के खिलाफ जहां एसआइटी रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की तैयारी कर रही है, वहीं इंटरपोल समेत खुफिया एजेंसियों से भी मदद लेने की तैयारी है। एसआइटी जांच की जद में आए करोड़ों का मुआवजा लेने वाले चार किसानों के विदेश भागने की जानकारी सामने आई है। एसआइटी अधिकारियों के मुताबिक यदि मुआवजा लेने वाले किसान विदेश भागे हैं तो उन पर शिकंजा कड़ा किया जाएगा। शुक्रवार या फिर शनिवार तक एसआइटी इन चार समेत 35 किसानों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर सकती है।
कांग्रेस खाते को एसआइटी की क्लीन चिट तय
एनएच मुआवजा घोटाले में जांच के दायरे में आए कांग्रेस पार्टी के खाते को एसआइटी की क्लीन चिट मिलनी तय है। एसआइटी अधिकारियों के मुताबिक खाता कांग्र्रेस पार्टी का था और उसमें ट्रांजेक्शन करने वालों ने भी इसे इनकम टैक्स में दर्शाया है।
बता दें कि एनएच-74 मुआवजा घोटाला सामने आने के बाद एसआइटी ने जांच में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्र्रेस पार्टी का खाता भी इस जद में आया। घोटाले की जांच के दौरान कई लोगों के खाते से करोड़ों रुपये कांग्रेस पार्टी के खाते में ट्रांजेक्शन पाया गया।
इस मामले में एसआइटी ने देहरादून जाकर कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय से पूछताछ की तो कुछ और कांग्रेस को चंदा देने वाले लोगों के खाते भी जांचे। एसआइटी अधिकारियों के मुताबिक जांच में खाता कांग्रेस पार्टी का होने की पुष्टि हुई है। साथ ही खाते में ट्रांजेक्शन करने वालों के भी दस्तावेज चेक किए गए।
एसआइटी के मुताबिक जांच में ट्रांजेक्शन की गई रकम इनकम टैक्स रिटर्न में दर्शायी गई थी। ऐसे में यह तय है कि कांग्रेस खाते को एसआइटी की क्लीन चिट मिल सकती है।