देहरादून: सावन के आखरी सोमवार को शिवालयों में श्रद्धालुओँ की भीड़ उमड़ पड़ी। जलाभिषेक को मंदिरों में लंबी लाइन लगी रही। वहीं, मंदिर भोले के जयकारों से गूंजते रहे।
देहरादून, हरिद्वार, गढ़वाल और कुमाऊं के मंदिरों में सुबह से ही जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। हरिद्वार के दक्ष मंदिर, बिलकेश्वर मंदिर और नीलेश्वर महादेव मंदिर में बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं की लाइन नजर आई।
इसके अलावा तिलभांडेश्वर, दक्षिण काली मंदिर में भी जलाभिषेक के लिए सुबह से ही लंबी लाइन लगी रही। 26 अगस्त पूर्णिमा को रक्षाबंधन के साथ ही श्रावण मास की समाप्ति हो जाएगी। 27 अगस्त से भादो मास शुरू हो जाएगा।
नीलकंठ महादेव मंदिर में उमड़ी भीड़
श्रावण मास के सोमवार को यमकेश्वर प्रखंड के मणिकूट पर्वत की तलहटी पर स्थित पौराणिक नीलकंठ महादेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
सोमवार को जलाभिषेक का अलग महत्व माना जाता है। इस कारण रविवार की रात से ही नीलकंठ मंदिर में श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था। सुबह के वक्त यहां भीड़ बढ़ती चली गई। जलाभिषेक के लिए लगने वाले श्रद्धालुओं की लाइन खचाखच भरी है।
इस माह अब तक नीलकंठ महादेव मंदिर में 54 लाख श्रद्धालु जलाभिषेक कर चुके हैं। ऋषिकेश के अन्य पौराणिक शिवालय वीरभद्र महादेव चंद्रेश्वर महादेव और सोमेश्वर महादेव मंदिर में भी बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए पहुंच रहे हैं।